ऋषिकेश: चारधाम यात्रा के प्रवेश द्वार ऋषिकेश में शायद सरकार ने तीर्थयात्रियों को राम भरोसे छोड़ दिया है. बीटीसी कैंपस में रजिस्ट्रेशन के लिए यात्री शरीर को झुलसा देने वाली गर्मी में घटों खड़े हो रहे हैं, लेकिन उसके बाद भी उनका रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा. गर्मी से बचने के लिए यात्रियों को प्लास्टिक की चादर का सहारा लेना पड़ा है. सबसे बड़ी बात ये है कि बदइंतजामी का यह हाल कहीं और का नहीं, बल्कि राज्य में चारधाम यात्रा को संचालित करने वाले यात्रा प्रशासन संगठन के कार्यालय के ठीक बगल का है.
सरकार दावा कर रही है कि चारधाम यात्रा में आने वाले तीर्थयात्रियों को किसी भी तरह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े, इसके लिए सभी विभागों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है. हालांकि जमीन पर कोई भी विभाग अपनी जिम्मेदारी निभाता हुआ नहीं दिख रहा है. यहीं कारण है कि संयुक्त यात्रा बस ट्रांजिट कंपाउंड (बीटीसी) में चारधाम यात्रा रजिस्ट्रेशन के लिए तीर्थयात्रियों को घंटों धूप में खड़ा होना पड़ रहा है, लेकिन उसके बाद भी उनका रजिस्ट्रेशन नहीं हो रहा है.
तीर्थयात्रियों की आपबीती: मध्य प्रदेश की रहने वाली ममता चौहान ने बताया कि वो चारधाम रजिस्ट्रेशन के लिए सुबह से लाइन में लगी हुई है, लेकिन चार घंटे बाद भी उनका नंबर नहीं आया. सरकार को चाहिए कि वह पंजीकरण के लिए अधिक इंतजाम करें. पंजीकरण के लिए सरकार का चार गुना अधिक काउंटर लगाने चाहिए. ताकि, यात्रियों को चिलचिलाती धूप में इस तरह परेशान न होना पड़े.
वहीं, मध्य प्रदेश निवासी कैलाश यादव 32 यात्रियों के साथ दल के साथ आएं हैं. उनका भी पंजीकरण नहीं हो पा रहा है, वो भी बता रहे हैं कि उन्हें रजिस्ट्रेशन के लिए घंटों लाइन में लगाना पड़ रहा है. सुबह से लाइन में पंजीकरण के लिए खड़े हैं, मगर दोपहर तक भी नंबर नहीं आ पाया है. इंदौर निवासी लक्ष्मी सिसौदिया ने बताया कि वे सुबह से चिलचिलाती धूप में पंजीकरण के लिए खड़े हैं. सरकार को इतनी व्यवस्था करनी चाहिए की टैंट ही लगा दें. कुछ यात्री तो रजिस्ट्रेशन के लिए रात में बैठे हुए थे.
एसडीएम शैलेंद्र सिंह नेगी के मुताबिक यात्रियों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा है. बावजूद इसके कोई यात्री बगैर पंजीकरण के ऋषिकेश तक पहुंच रहा है, तो आपात पंजीकरण व्यवस्था के तहत उनका रजिस्ट्रेशन बीटीसी स्थित केंद्र पर किया जा रहा है. निर्धारित पंजीकरण संख्या के लिए मुकम्मल इंतजाम हैं. बावजूद, कुछ यात्री पंजीकरण की उम्मीद में लाइन लगा रहे हैं. जबकि, अनाउंसमेंट के माध्यम से उन्हें अगले दिन आने के लिए कहा जा रहा है.