देहरादून: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर उत्तराखंड में जारी लॉकडाउन का एक अच्छा असर भी देखने को मिला है. लॉकडाउन के दौरान गृह क्लेश से संबंधित मामलों में आपसी समझौता कर महिला पुलिस हेल्पलाइन से केस वापस लिए जा रहे हैं. इतना ही नहीं, कई पति-पत्नी बाकायदा देहरादून महिला पुलिस हेल्पलाइन में आपसी समझौता होने की बात कहकर अपनी केस फाइल बंद करने की अर्जी भी लगा रहे हैं.
देहरादून महिला पुलिस हेल्पलाइन में एक बार फिर काउंसिलिंग का दौर शुरू हो गया है. पहले दिन 9 मामलों में दोनों पक्षों को बुलाकर सुनवाई हुई और 6 केस में पति-पत्नी ने मधुर रिश्ते बनने की बात कहकर अपनी औपचारिकता पूरी करते हुए केस की फाइल बंद करवा दी.
काउंसलिंग शुरू होते ही 19 में से 16 केस बंद
उधर, देहरादून महिला हेल्पलाइन प्रभारी ज्योति चौहान के मुताबिक जनवरी 2020 से 22 मार्च 2020 तक 352 घरेलू हिंसा के मामले पुलिस हेल्पलाइन में दर्ज किए गए थे. हालांकि, लॉकडाउन से पहले कई मामलों में सुनवाई व कानूनी प्रक्रिया के बाद 226 केस लॉकडाउन के चलते लंबित चल रहे थे, जिसमें आज काउंसिलिंग के बाद कई मामलों का निपटारा किया गया. काउंसिलिंग के दौरान 10 पक्षों ने फोन पर ही आपसी समझौता होने की बात कहकर अपनी केस बंद कराने की अपील की है. इसके साथ ही पुलिस हेल्पलाइन कार्यालय पहुंचने वाले 6 ने लॉकडाउन में मधुर रिश्ते होने की बात कहकर केस फाइल बंद करा दी है.
उधर, लॉकडाउन के दौरान गृह क्लेश से जुड़े विवादित केस महिला पुलिस हेल्पलाइन से वापस लेने पर सरकारी महिला वकील जया ठाकुर ने भी स्वागत किया है. उनके मुताबिक लॉकडाउन का एक अच्छा असर पति-पत्नी की खटास वाले रिश्ते में मधुर होने में दिखा है.
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उधर, देहरादून डीआईजी अरुण मोहन जोशी के मुताबिक महिला पुलिस हेल्पलाइन में काउंसिलिंग का काम आज से शुरू हो गया है. कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए सभी पुलिस कार्यालय में सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइज व मास्क जैसे एहतियात को पूर्ण रूप से पालन करवाया जा रहा है.