देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना वायरस से मृत मरीजों के अंतिम संस्कार को लेकर कई जगहों पर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कोरोना के खौफ के चलते लोग इन मरीजों के दाह संस्कार नहीं होने दे रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन को एहतियातन कोरोना मरीजों का दाह संस्कार किसी दूसरी जगहों पर करना चाहिए. हालांकि केंद्र सरकार ने गाइडलाइन में कोरोना मरीजों का अंतिम संस्कार नजदीकी श्मशान घाट पर कराने के निर्देश दिए हैं.
देहरादून में नालापानी से कोरोना मरीजों के अंतिम संस्कार का विरोध धीरे-धीरे पूरे राज्य में फैलने की आशंका जताई जा रही है. लोगों के विरोध के चलते जिला प्रशासन कोरोना से मृत मरीजों का अंतिम संस्कार दूसरे जगहों पर कराने की तैयारियों में जुटी हुई है. ताकि लोगों का विरोध न झेलना पड़े.
देहरादून पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक शहर के अलग-अलग हिस्सों में पांच स्थानों को इस कार्य के लिए चुना जा सकता है. वहीं, कोरोना से मृत मुस्लिम मरीजों के लिए अलग कब्रिस्तान खोजना भी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है. हालांकि अभी तक कब्रिस्तानों में विरोध को लेकर कोई बात सामने नहीं आई है.
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मरीजों के दाह संस्कार में उठ रहे विरोध के स्वर पर पुलिस मुख्यालय अलर्ट हो गया है. डीजीपी ऑफिस ने सभी जनपदों के पुलिस अधिकारियों से लोगों से बातचीत कर इस मामले का हल निकालने का निर्देश दिया है. डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने देहरादून के अलग-अलग स्थानों में होने वाले विरोध को खत्म कराने के लिए एसएसपी को निर्देशित किया है.
वहीं, इस मामले में देहरादून डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने कहा कि लगातार विरोध के चलते जिला प्रशासन अब देहरादून, ऋषिकेश के साथ ही अलग-अलग हिस्सों में कोरोना से मृत मरीजों के अंतिम संस्कार के लिए जगह को चिन्हित किया जा रहा है.