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नगर निगम ने गठित किया लीगल सेल, अब जल्द होगा सभी विवादों का निस्तारण

देहरादून नगर निगम में परिसीमन के बाद बढ़े संपत्ति और अतिक्रमण पर वाद-विवाद के मामलों को सुलझाने के लिए निगम ने अपने कार्यालय में लीगल सेल का गठन किया है. इस लीगल सेल में आउटसोर्स से अधिवक्ता एसके गुप्ता को तैनात किया है.

देहरादून नगर निगम में लीगल सेल गठित
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Published : Jun 21, 2019, 5:52 PM IST

देहरादूनः नगर निगम के परिसीमन के बाद वार्डों की संख्या बढ़कर 100 हो गई है. साथ ही इसका दायरा भी बढ़ गया है. ऐसे में नगर निगम की संपत्ति और अतिक्रमण पर वाद-विवाद के मामले भी लगातार सामने आ रहे थे. जिसके चलते नगर निगम को मामले को लेकर न्यायालय की शरण में जाना पड़ रहा था. इतना ही नहीं निगम की ओर से कोई अधिवक्ता ना होने के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन अब नगर निगम कार्यालय में ही लीगल सेल बनाने की तैयारी की जा रही है. इसके तहत जमीन और अतिक्रमण से जुड़े कोर्ट में लंबित मामलों के निस्तारण के लिए नगर निगम ने आउटसोर्स से अधिवक्ता की तैनाती कर दी है.

देहरादून नगर निगम में संपत्ति और अतिक्रमण पर वाद-विवाद के मामलों को सुलझाने के लिए अपने कार्यालय में लीगल सेल का गठन किया है. इस लीगल सेल में आउटसोर्स से अधिवक्ता एसके गुप्ता को तैनात किया है. नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि नगर निगम के वार्ड़ों की संख्या 60 से बढ़कर 100 हो गई है. ऐसे में निगम का दायरा भी काफी अधिक बढ़ गया है. दायरा बढ़ने के कारण काफी मुकदमे भी सामने आ रहे थे. जिससे निगम को न्यायालय की शरण लेनी पड़ रही थी. इसे देखते हुए बोर्ड बैठक में निर्णय लेने के बाद नगर निगम कार्यालय में लीगल सेल बनाया गया है.

देहरादून नगर निगम में लीगल सेल का गठन.

ये भी पढ़ेंः 29 जून को पौड़ी में होगी कैबिनेट बैठक, सरकार रिवर्स पलायन का देगी संदेश

नगर आयुक्त ने कहा कि निगम के लीगल सेल को काफी सशक्त बनाने को लेकर निगम कार्यालय में एक अधिवक्ता की तैनाती की गई है. अब किसी मामले को लेकर कोर्ट नहीं जाना पड़ेगा. जल्द ही लीगल सेल कार्य करना शुरू करेगा. अधिवक्ता नियमित रूप से यहां के कामों की मॉनिटरिंग करने का काम करेंगे और सभी लंबित मामलों का निस्तारण करेंगे. साथ ही कहा कि हमारी कोशिश है कि निगम की लीगल सेल मजबूती से कार्य करे.

देहरादूनः नगर निगम के परिसीमन के बाद वार्डों की संख्या बढ़कर 100 हो गई है. साथ ही इसका दायरा भी बढ़ गया है. ऐसे में नगर निगम की संपत्ति और अतिक्रमण पर वाद-विवाद के मामले भी लगातार सामने आ रहे थे. जिसके चलते नगर निगम को मामले को लेकर न्यायालय की शरण में जाना पड़ रहा था. इतना ही नहीं निगम की ओर से कोई अधिवक्ता ना होने के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन अब नगर निगम कार्यालय में ही लीगल सेल बनाने की तैयारी की जा रही है. इसके तहत जमीन और अतिक्रमण से जुड़े कोर्ट में लंबित मामलों के निस्तारण के लिए नगर निगम ने आउटसोर्स से अधिवक्ता की तैनाती कर दी है.

देहरादून नगर निगम में संपत्ति और अतिक्रमण पर वाद-विवाद के मामलों को सुलझाने के लिए अपने कार्यालय में लीगल सेल का गठन किया है. इस लीगल सेल में आउटसोर्स से अधिवक्ता एसके गुप्ता को तैनात किया है. नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि नगर निगम के वार्ड़ों की संख्या 60 से बढ़कर 100 हो गई है. ऐसे में निगम का दायरा भी काफी अधिक बढ़ गया है. दायरा बढ़ने के कारण काफी मुकदमे भी सामने आ रहे थे. जिससे निगम को न्यायालय की शरण लेनी पड़ रही थी. इसे देखते हुए बोर्ड बैठक में निर्णय लेने के बाद नगर निगम कार्यालय में लीगल सेल बनाया गया है.

देहरादून नगर निगम में लीगल सेल का गठन.

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नगर आयुक्त ने कहा कि निगम के लीगल सेल को काफी सशक्त बनाने को लेकर निगम कार्यालय में एक अधिवक्ता की तैनाती की गई है. अब किसी मामले को लेकर कोर्ट नहीं जाना पड़ेगा. जल्द ही लीगल सेल कार्य करना शुरू करेगा. अधिवक्ता नियमित रूप से यहां के कामों की मॉनिटरिंग करने का काम करेंगे और सभी लंबित मामलों का निस्तारण करेंगे. साथ ही कहा कि हमारी कोशिश है कि निगम की लीगल सेल मजबूती से कार्य करे.

Intro:नगर निगम का 100 वार्ड होने से दायरा भी बढ़ गया है।साथ ही नगर निगम की संपत्ति ओर अतिक्रमण का वाद विवाद बढ़ना भी जायज़ है।जिसके चलते नगर निगम को कई सम्प्पति मामलों ओर अतिक्रमण में वाद विवाद के आने पर न्यायलय की शरण मे जाना पड़ता है।जिसके लिए नगर निगम का कोई अधिवक्ता न होने के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था।लेकिन अब नगर निगम कार्यालय में ही लीगल सेल बनाने की तैयारी कर रहा है।जिसमे नगर निगम के ज़मीन ओर अतिक्रमण से जुड़े कोर्ट में लंबित मामलों के निस्तारण के लिए नगर निगम ने आउटसोर्स में अधिवक्ता एस के गुप्ता की तैनाती कर दी है।


Body:नगर निगम का दायरा 60 वार्ड से बढ़ कर 100 वार्ड हो गया है और वार्ड बढ़ने के बाद नगर निगम की शहर के अंदर ज़मीन भी बढ़ गई है साथ ही समय समय होने वाले अतिक्रमण खिलाफ चलाये गए अभियान के दौरान कई मामले कोर्ट तक पहुंच जाते है।जिसके लिए नगर निगम प्रशासन को अब तक बाहर से अधिवक्ता कर मामलों को सुलझाने का काम करना पड़ता था।और निगम की कई मामले लंबित पड़े तो इन्हें देखने वाला भी कोई नही था।जिसके चलते नगर निगम को काफी फजीहत का सामना करना पड़ता था।लेकिन इन सब फजीहत से बाहर निकलने के लिए अब नगर निगम कार्यालय में लीगल सेल का गठन किया गया है।इस लीगल सेल में आउटसोर्स में अधिवक्ता एसके गुप्ता की तैनाती कर दी है।


Conclusion:नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि नगर निगम का दायरा काफी अधिक बढ़ गया है।और दायरा बढ़ने के कारण नगर निगम के बहुत अधिक मुकदमे न्यायलय में होते है।साथ ही हम लोगो को भी न्ययालय की शरण लेनी की आवश्यकता पड़ती रहती है।ओर पिछली बोर्ड बैठक में निर्णय लेने के बाद नगर निगम कार्यालय में लीगल सेल किया गया है।हमारा प्रयास रहेगा कि लीगल सेल को काफी सशक्त किया जाना चाइए।इसी को ध्यान में रखकर नगर निगम कार्यालय में एक अधिवक्ता की तैनाती की जाएगी।साथ ही अचानक कोई मामला हो जाने के कारण हम लोगो को कोर्ट जाना पड़ता है इन सब के सिस्टम के लिए लीगल सेल का गठन किया गया है।ओर अधिवक्ता नियमित रूप से यहाँ के कामो की मॉनिटरिंग करने का काम करेगा।और सभी लंबित मामलों का निस्तारण करेगा।साथ ही हम कोशिश करेंगे कि मजबूती से हमारा लीगल सेल कार्य करे।

बाइट-विनय शंकर पांडे(नगर आयुक्त)
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