देहरादून: लॉकडाउन के तीसरे चरण में केंद्र सरकार ने राहत देते हुए ग्रीन और ऑरेंज जोन में तमाम दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी है. शराब की दुकानें भी खोली गयी हैं. ऐसे में अब करीब डेढ़ महीने बाद शराब की दुकानें खुलने के चलते अधिकतर मजदूर वर्ग के लोग ही शराब की दुकानों पर टूट पड़े हैं. शराब की दुकान खुलने के दो ही दिन हुए की महिलाओं का दर्द छलकने लगा है.
पिछले डेढ़ महीने से काम न मिल पाने की वजह से जहां एक ओर दिहाड़ी मजदूरी करने वाले परिवारों को खाने के लाले पड़ गए हैं. इसके साथ ही मजदूर शराब की दुकान खुलने के बाद शराब खरीदने के लिए दुकानों पर टूट पड़े हैं. ऐसे में महिलाओं ने ईटीवी भारत से अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि मजदूर जो पैसा कमाते हैं, वह शराब पीने में उड़ा देते हैं. लिहाजा इन महिलाओं की मांग है कि सरकार शराब के ठेकों को बंद कर दे. नहीं तो वो भूखों मर जाएंगी.
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वहीं 4 मई को लॉकडाउन 3.0 के पहले दिन बीते सोमवार को प्रदेशभर में शराब की दुकानें खोल दी गई थीं. इस दौरान दुकानों के बाहर भारी भीड़ देखने को मिली. जिला देहरादून में एक दिन में ही 1 करोड़ 34 लाख का राजस्व शराब से आया था. इसके साथ ही एक ही दिन में करीब 70 फीसदी स्टॉक की बिक्री हुई थी.