देहरादून: उत्तराखंड के किसानों को अपने कृषि उत्पादों को 'किसान रेल' के जरिए दूसरे राज्यों में भेजने पर किराए में 50 प्रतिशत की छूट की मिलेगी. रेलवे प्रशासन इस मुहिम को चलाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. रेलवे अधिकारी मंडी समिति से वार्ता कर ज्यादा से ज्यादा कृषि उत्पादों की मांग कर रहे हैं, जिससे रेलवे प्रशासन किसान ट्रेन संचालित कर सके. इस ट्रेन से जहां किसानों को फायदा मिलेगा. तो वहीं, रेलवे बोर्ड को भी काफी फायदा मिलने वाला है.
रेलवे वाणिज्य अधीक्षक दीपक चतुर्वेदी ने बताया कि भारत सरकार द्वारा किसानों के लिए चलाई गई यह मुहिम किसानों के लिए बहुत ही फायदेमंद है. अगर यह मुहिम कारगर हो जाती है, तो किसानों को काफी लाभ मिलने वाला है. उन्होंने कहा कि रेलवे के अधिकारी इस प्रयास में लगे हुए है ज्यादा से ज्यादा माल उठाकर ट्रेन से दूसरे जनपदों में भेज सकें.
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उन्होंने बताया कि कृषि रेल के लिए हमें कम से कम 100 टन माल की आवश्यकता पड़ेगी, जो 10 कोचों की ट्रेन होगी. इस इस मुहिम से रेल बोर्ड को भी लाभ मिलने वाला है. साथ ही बताया की किसानों को इस मुहिम से अपनी फसलों रेल भाड़े में 50 प्रतिशत का फायदा मिलेगा. रेलवे लगातार प्रयास कर रहा है कि ज्यादा से ज्यादा माल मिले. उत्तराखंड से सीजनल सामान जैसे मटर, बीन्स, अदरक जैसी फसलें हमें मिल सकें, जिससे हम इनको दूसरे राज्यों के जनपदों में ट्रेन के जरिये भेज सकें.