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IMA POP: भारतीय सेना में कश्मीर के शाहिद बने अफसर, एकता और देश सेवा का दिया संदेश - पिता का देश सेवा का सपना पूरा

आईएमए से पास आउट होने वाले कश्मीरी सैन्य अफसर शाहिद एस शाह ने सभी को एकता और देश सेवा का संदेश दिया. शाहिद ने कहा कि आज उनके पिता का देश सेवा का सपना पूरा हुआ है.

IMA officers
कश्मीर मूल के शाहिद बने अफसर.
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Published : Dec 7, 2019, 5:29 PM IST

देहरादून: भारतीय सैन्य अकादमी से पास आउट होकर सेना में अधिकारी बनने वाले कश्मीर मूल के लेफ्टिनेंट शाहिद एस शाह देश सेवा को सबसे बड़ा धर्म बताते हैं. शाहिद के अनुसार कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक के युवाओं को देश की रक्षा और सेवा के लिए सेना में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए. साथ ही कहा कि राष्ट्र के प्रति सेवा की भावना नौजवानों में होना जरूरी है.

शाहिद कहते हैं कि उनके पिता ने भले ही 10 साल फोर्स में सेवा दिया हो, लेकिन पिता का यह शुरू से अरमान था कि उनका बेटा भारतीय सेना में अफसर बनकर राष्ट्र की सेवा करे. शाहिद बताते हैं कि उनका सपना आज पूरा हुआ. शाहिद का पूरा परिवार आज इस महत्वपूर्ण गौरवशाली दिन को अपनी यादों में संजो कर रखना चाहता है.

कश्मीर मूल के शाहिद बने अफसर.

यह भी पढ़ें: कोटद्वार: पांचवें दिन भी मेयर का धरना जारी, पार्षदों ने की सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी

लेफ्टिनेंट शाहिद शाह ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में भारतीय सैन्य अकादमी से जुड़े अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि दुनिया की सबसे बेहतरीन सेना प्रशिक्षण के रूप में आईएमए का सबसे बड़ा स्थान है. यहां से पास आउट होना गौरव पूर्व अनुभव कराता है.

'देश सेवा का सपना बेटा पूरा करेगा'

शाहिद शाह के पिता कहते हैं कि देश सेवा से बढ़कर कोई धर्म नहीं. उनका अरमान आज बेटे के अफसर बनने से पूरा हुआ है. उनका कश्मीर से लेकर भारत के सभी वासियों को संदेश है कि राष्ट्र एकता और अखंडता के लिए सभी धर्म समुदाय के लोगों को एकजुट होना चाहिए. जिससे किसी भी बाहरी मुल्कों की ताकत देश की अखंडता को चुनौती न दे सके.

यह भी पढ़ें: हैदराबाद एनकाउंटर पर बोले हरीश रावत- यही है तर्कसंगत समाधान

लेफ्टिनेंट शाहिद की मां ने भी बेटे के अफसर बनने पर अपनी खुशी की भावनाओं को व्यक्त किया है. उन्होंने बताया कि जैसे उनका बेटा अफसर बनकर देश सेवा करने जा रहा है, ऐसे सभी सेना में सेवाएं देने वाले सुरक्षित और दीर्घायु हों. यही उनका सबके लिए आशीर्वाद है.

देहरादून: भारतीय सैन्य अकादमी से पास आउट होकर सेना में अधिकारी बनने वाले कश्मीर मूल के लेफ्टिनेंट शाहिद एस शाह देश सेवा को सबसे बड़ा धर्म बताते हैं. शाहिद के अनुसार कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक के युवाओं को देश की रक्षा और सेवा के लिए सेना में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए. साथ ही कहा कि राष्ट्र के प्रति सेवा की भावना नौजवानों में होना जरूरी है.

शाहिद कहते हैं कि उनके पिता ने भले ही 10 साल फोर्स में सेवा दिया हो, लेकिन पिता का यह शुरू से अरमान था कि उनका बेटा भारतीय सेना में अफसर बनकर राष्ट्र की सेवा करे. शाहिद बताते हैं कि उनका सपना आज पूरा हुआ. शाहिद का पूरा परिवार आज इस महत्वपूर्ण गौरवशाली दिन को अपनी यादों में संजो कर रखना चाहता है.

कश्मीर मूल के शाहिद बने अफसर.

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लेफ्टिनेंट शाहिद शाह ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में भारतीय सैन्य अकादमी से जुड़े अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि दुनिया की सबसे बेहतरीन सेना प्रशिक्षण के रूप में आईएमए का सबसे बड़ा स्थान है. यहां से पास आउट होना गौरव पूर्व अनुभव कराता है.

'देश सेवा का सपना बेटा पूरा करेगा'

शाहिद शाह के पिता कहते हैं कि देश सेवा से बढ़कर कोई धर्म नहीं. उनका अरमान आज बेटे के अफसर बनने से पूरा हुआ है. उनका कश्मीर से लेकर भारत के सभी वासियों को संदेश है कि राष्ट्र एकता और अखंडता के लिए सभी धर्म समुदाय के लोगों को एकजुट होना चाहिए. जिससे किसी भी बाहरी मुल्कों की ताकत देश की अखंडता को चुनौती न दे सके.

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लेफ्टिनेंट शाहिद की मां ने भी बेटे के अफसर बनने पर अपनी खुशी की भावनाओं को व्यक्त किया है. उन्होंने बताया कि जैसे उनका बेटा अफसर बनकर देश सेवा करने जा रहा है, ऐसे सभी सेना में सेवाएं देने वाले सुरक्षित और दीर्घायु हों. यही उनका सबके लिए आशीर्वाद है.

Intro:pls नोट - इस स्टोरी के विश्वास और one to one लाइव u 08 से भेजी गई फाइल नेम- "J&k officer"

summary-आईएमए से पासआउट होने वाले कश्मीरी सैन्य अफसर शहजाद ने दिया एकता व देश सेवा का संदेश...


भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) में शनिवार पास आउट होकर सेना में अधिकारी बनने वाले कश्मीर मूल के लेफ्टिनेंट शहजाद एस शाह इस सेवा को सबसे बड़ा धर्म बताते हैं। शहजाद के मुताबिक कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक देश के युवाओं को देश की रक्षा और सेवा के लिए सेना में आने के लिए बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। राष्ट्र के प्रति सेवा की भावना नौजवानों में होना जरूरी है शहजाद कहते हैं कि उनके पिता ने भले ही 10 साल की फोर्स में सेवा दी हो लेकिन पिता का यह शुरू से अरमान था कि उनका बेटा भारतीय सेना में अफसर बनकर राष्ट्र की सेवा करें, और उनका सपना आज पूरा हुआ.. पूरा परिवार आज इस महत्वपूर्ण गौरवशाली दिन को अपनी यादों में सजो कर रखना चाहता हैं।
लेफ्टिनेंट शहजाद शाह ईटीवी भारत से विशेष बातचीत करते हुए भारतीय सैन्य अकादमी से जुड़े अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि दुनिया की सबसे बेहतरीन सेना प्रशिक्षण के रूप में आईएमए का सबसे बड़ा स्थान है। यहां से पास आउट होना गौरव पूर्व अनुभव कराता है.





Body:देश सेवा का सपना बेटा पूरा करेगा: शहजाद के पिता

आईएमए पास आउट होकर सेना में अधिकारी बनने वाले शहजाद शाह के पिता कहते हैं कि देश सेवा से बढ़कर कोई धर्म नही, उनका अरमान आज बेटे के अफसर बनने से पूरा हुआ उनका भी यही कश्मीर से लेकर भारत के सभी वासियों को संदेश है कि राष्ट्र एकता और अखंडता के लिए सभी धर्म समुदाय के लोगों को एकजुट होना चाहिए ताकि किसी भी बाहरी मुल्कों की ताकते देश की अखंडता को चुनौती ना दे सके।


लेफ्टिनेंट शहजाद की माँ ने बेटे के अफसर बनने पर अपनी खुशी की भावनाओं को व्यक्त करते हुए बताया कि जैसे उनका बेटा अफसर बनकर देश सेवा करने जा रहा है ऐसे सभी सेना में सेवाएं देने वाले सुरक्षित और दीर्घायु हो यही उनका मां होने के लिए सबके लिए आशीर्वाद है।

one to one

लेफ्टिनेंट शहजाद एस शाह, जम्मू कश्मीर


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