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कैलाश गहतोड़ी को धामी सरकार ने बनाया दर्जाधारी मंत्री, वन विकास निगम की सौंपी जिम्मेदारी

कैलाश गहतोड़ी को धामी सरकार ने दर्जाधारी मंत्री बनाया है. उन्हें वन विकास निगम का अध्यक्ष बनाया गया है. कैलाश गहतोड़ी ने सीट छोड़ने के साथ ही सीएम धामी की जीत के लिए जी-तोड़ मेहनत भी की थी. मुख्यमंत्री की गैरहाजिरी में भी पूर्व विधायक गहतोड़ी ने ही पूरा चुनावी कैंपेन संभाला था.

Kailash Gahatodi became the chairman of Forest Development Corporation
कैलाश गहतोड़ी को धामी सरकार ने बनाया दर्जाधारी मंत्री
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Published : Jun 16, 2022, 6:07 PM IST

Updated : Jun 16, 2022, 8:03 PM IST

देहरादून: पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए चंपावत सीट छोड़ने का इनाम मिला है. गहतोड़ी को वन विकास निगम का अध्यक्ष बनाकर दर्जाधारी मंत्री का ओहदा दिया गया है. कैलाश गहतोड़ी ने सीट छोड़ने के साथ ही सीएम धामी की जीत के लिए जी-तोड़ मेहनत भी की थी. मुख्यमंत्री की गैरहाजिरी में भी पूर्व विधायक गहतोड़ी ने ही पूरा चुनावी कैंपेन संभाला था.

दरअसल, 14 फरवरी को हुए मुख्य चुनाव में खटीमा सीट से लड़े मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि, बीजेपी आलाकमान ने धामी पर ही भरोसा जताकर उन्हें ही सीएम पद सौंपा था. बीते 24 मार्च को उन्होंने अपने 8 मंत्रियों के साथ सीएम पद की शपथ ली थी. हालांकि, ऐसी स्थिति में धामी के लिए अगले छह महीने में किसी विधानसभा से चुनाव लड़ना और जीतना जरूरी था.

कैलाश गहतोड़ी को धामी सरकार ने बनाया दर्जाधारी मंत्री

पढ़ें-Protest Against Agnipath: देहरादून में BJP के पोस्टर फाड़े, कुमाऊं में जबरदस्त प्रदर्शन

काफी बीजेपी विधायकों ने सीएम के लिए अपनी सीट छोड़ने की बात कही थी लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने विचार विमर्श के बाद चंपावत विधानसभा को सबसे मुफीद माना. चंपावत से विधायक कैलाश गहतोड़ी ने भी सीएम धामी के लिए खुशी-खुशी अपना त्यागपत्र दे दिया. यही नहीं, कैलाश गहतोड़ी ने धामी की जीत के लिए भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी.

पढ़ें- अग्निपथ स्कीम: हरीश रावत बोले- चुनावी योजना, आलोचना से बचने को थमाया झुनझुना

इसके बाद, 30 मई को उपचुनाव हुआ और 3 जून को सामने आए नतीजों में धामी ने 55 हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल कर चंपावत सीट अपने नाम कर ली. हालांकि, इस जीत में धामी से ज्यादा गहतोड़ी की मेहनत की चर्चा हुई. इसके बाद से माना जा रहा था कि गहतोड़ी को उनकी ईमानदारी का फल जल्द मिल सकता है.

देहरादून: पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए चंपावत सीट छोड़ने का इनाम मिला है. गहतोड़ी को वन विकास निगम का अध्यक्ष बनाकर दर्जाधारी मंत्री का ओहदा दिया गया है. कैलाश गहतोड़ी ने सीट छोड़ने के साथ ही सीएम धामी की जीत के लिए जी-तोड़ मेहनत भी की थी. मुख्यमंत्री की गैरहाजिरी में भी पूर्व विधायक गहतोड़ी ने ही पूरा चुनावी कैंपेन संभाला था.

दरअसल, 14 फरवरी को हुए मुख्य चुनाव में खटीमा सीट से लड़े मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि, बीजेपी आलाकमान ने धामी पर ही भरोसा जताकर उन्हें ही सीएम पद सौंपा था. बीते 24 मार्च को उन्होंने अपने 8 मंत्रियों के साथ सीएम पद की शपथ ली थी. हालांकि, ऐसी स्थिति में धामी के लिए अगले छह महीने में किसी विधानसभा से चुनाव लड़ना और जीतना जरूरी था.

कैलाश गहतोड़ी को धामी सरकार ने बनाया दर्जाधारी मंत्री

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काफी बीजेपी विधायकों ने सीएम के लिए अपनी सीट छोड़ने की बात कही थी लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने विचार विमर्श के बाद चंपावत विधानसभा को सबसे मुफीद माना. चंपावत से विधायक कैलाश गहतोड़ी ने भी सीएम धामी के लिए खुशी-खुशी अपना त्यागपत्र दे दिया. यही नहीं, कैलाश गहतोड़ी ने धामी की जीत के लिए भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी.

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इसके बाद, 30 मई को उपचुनाव हुआ और 3 जून को सामने आए नतीजों में धामी ने 55 हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल कर चंपावत सीट अपने नाम कर ली. हालांकि, इस जीत में धामी से ज्यादा गहतोड़ी की मेहनत की चर्चा हुई. इसके बाद से माना जा रहा था कि गहतोड़ी को उनकी ईमानदारी का फल जल्द मिल सकता है.

Last Updated : Jun 16, 2022, 8:03 PM IST
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