देहरादून/चमोली: उत्तराखंड के जोशीमठ में बड़ा हादसा हुआ है. जोशीमठ में ग्लेशियर के टूटने से धौली गंगा नदी पर बना डैम टूट गया है. इसमें कई लोगों के बहने की बात कही जा रही है. आईटीबीपी और एसडीआरएफ के जवान मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू अभियान चला रहे हैं और फंसे हुए लोगों को निकलाने का काम कर रहे हैं. पूरे घटना पर क्रम पर सीएम से लेकर पीएम तक नजर बनाए हुए हैं.
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#WATCH| Uttarakhand: ITBP personnel approach the tunnel near Tapovan dam in Chamoli to rescue 16-17 people who are trapped.
— ANI (@ANI) February 7, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
(Video Source: ITBP) pic.twitter.com/DZ09zaubhz
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बता दें, ग्लेशियर टूटने की घटना चमोली के रैणी गांव के पास हुई है. वहीं गंगा नदी के किनारे की बस्तियों को खाली कराया जा रहा है. ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट पूरी तरह से बर्बाद हो गया है. मुख्य सचिव ओम प्रकाश के अनुसार हादसे में 100 से 150 लोगों के लापता होने की आशंका जताई है.
हादसे के वक्त आंद्रप्रदेश संजीव रेड्डी मौके पर मौजूद थे
आंद्रप्रदेश के प्रकाशम जिले के संजीव रेड्डी एक इंजीनियर है, जिस समय उत्तराखंड के जोशीमठ में ग्लेशियर फटने की ये घटना घटित हुई. वह मौके पर मौजूद थे. वह जल विद्युत परियोजना में काम कर रहे हैं. उनके मुताबिक, जो ज्यादातर पीड़ित हैं वो तेलुगु हैं. संजीवा रेड्डी उनके साथ एक आपातकालीन बैठक कर रहे हैं.
आईटीबीपी के एक प्रवक्ता ने कहा कि ऑन-साइट प्रभारी का मानना था कि दुर्घटना में बिजली संयंत्र में काम करने वाले 150 कर्मचारियों की मृत्यु हो गई थी. उत्तराखंड के डीजीपी ने कहा कि अब तक तीन शव बरामद किए गए हैं. नदी के किनारे बसे कुछ गांवों को भारी नुकसान हुआ है.