देहरादून: मई में बढ़ती गर्मी के बीच लोगों को एसी और कूलर की ज़रूरत महसूस होने लगी है. लेकिन इन सबके बीच डॉक्टर्स लगातार एसी और कूलर का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दे रहे हैं. ETV BHARAT आपको बताने जा रहा है कि आखिर कोरोना का एसी और कूलर से क्या कनेक्शन है.
देहरादून के जाने-माने फिजिशियन डॉ केपी जोशी के मुताबिक एसी का इस्तेमाल बंद कमरे में होता है. इस स्थिति में यदि बंद कमरे में एक से ज्यादा लोग मौजूद हैं और उसमें कोई शख्स छींकता या खांसता है तो एसी के जरिए संक्रमण आसानी से एक से दूसरे में फैल सकता है. इसी वजह से डॉक्टर लोगों को एसी और कूलर का इस्तेमाल करने से बचने की सलाह दे रहे हैं.
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डॉक्टर केपी जोशी बताते हैं कि उमस भरी गर्मी से बचने के लिए लोग घरों की खिड़की खोल सकते हैं. जब कमरे में बाहर से ताजी हवा आएगी तो कमरे के तापमान में बदलाव होगा. जिसकी वजह से कोरोना वायरस का प्रभाव भी कम होगा. कोरोना वायरस के प्रभाव को कम करने में तापमान का अहम योगदान है.
क्या कहती है रिसर्च
अमरीका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने एक रिसर्च की थी, जिसमें ये देखने की कोशिश की गई कि क्या चीन के एक रेस्टोरेंट में कोविड-19 का प्रसार एयर-कंडीशनिंग से जुड़ा था. रिसर्च के मुताबिक 26 जनवरी से 10 फरवरी 2020 तक कोरोना वायरस ने तीन परिवारों के 10 लोगों को प्रभावित किया था. सभी ने चीन के एक ही एयर कंडीशनर रेस्टोरेंट में खाना खाया था.