देहरादून: कुंभ में शाही स्नान के दौरान साउथ अफ्रीका के विवादित उद्योगपति गुप्ता बंधुओं द्वारा सरेआम पुलिसकर्मियों से बदसलूकी मामले की जांच हवा हवाई नजर आ रही है. इस मामले के तूल पकड़ने के बाद डीआईजी गढ़वाल नीरू गर्ग ने पूरे मामले की जांच देहरादून एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय को दी थी. आदेश में साफ तौर पर निर्देश दिए गये थे कि 7 दिनों के अंदर यह जांच पूरी कर रिपोर्ट पेश की जाए. लेकिन, मगर 14 दिन से भी अधिक समय गुजरने के बाद भी इस मामले में कुछ नहीं हुआ है.
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ड्यूटी पर तैनातत पुलिसकर्मियों से सरेआम बदतमीजी
बीते 14 अप्रैल 2021 को हुए सबसे बड़े शाही स्नान के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में तैनात पुलिसकर्मियों को रसूख़ दिखाकर गुप्ता बंधु परिवार ने बदतमीजी कर नियमों का उल्लंघन करने का प्रयास किया था. इतना ही नहीं इस दौरान गुप्ता बंधुओं ने कुंभ आईजी संजय गुंज्याल का हवाला देते हुए पुलिसकर्मियों पर रौब झाड़ने की कोशिश की थी. हालांकि ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों गुप्ता परिवार के दवाब में नहीं आए और उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया था.
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जांच का नहीं है कोई पता
इस पूरी घटना क्रम को सबसे पहले ईटीवी भारत में प्रकाशित किया. उधर इस खबर का संज्ञान लेते हुए डीआईजी गढ़वाल ने 1 सप्ताह का समय देकर हरिद्वार एसपी सिटी को जांच सौंपी थी. लेकिन हैरानी की बात है कि 2 सप्ताह से अधिक समय गुजर जाने और कुंभ समाप्त होने के बावजूद इस जांच का कोई अता पता नहीं है. ऐसे में इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि कानून पुलिस की जांच आम लोगों के लिए तो सख्त है लेकिन रसूखदार लोगों के लिए मात्र दिखावा भर नजर आती है.
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कोरोना महामारी व्यस्तता के चलते जांच लंबित: डीआईजी
इस मामले में गढ़वाल डीआईजी नीरू गर्ग का कहना है कि कोरोना महामारी के कारण अधिकारियों की व्यस्तता बढ़ गई है. जिसके कारण यह जांच लंबित चल रही है.