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पूर्व CM तीरथ ने कांग्रेस को बताया खिसियानी बिल्ली, इस्तीफे पर पहली बार दिया जवाब - तीरथ सिंह रावत का इंटरव्यू

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत (tirath singh rawat) ने प्रदेश के सियासी घटनाक्रम को लेकर ईटीवी भारत से बात की. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस की तरफ से उठाए जा रहे सवालों का भी जवाब दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की हालत खिसियानी बिल्ली जैसी हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने इस्तीफा देने के बाद पहली बार मीडिया से बात की है.

tirath singh rawat
पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत
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Published : Jul 9, 2021, 4:08 PM IST

Updated : Jul 10, 2021, 12:01 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत (tirath singh rawat) शुक्रवार को दिल्ली पहुंचे. दिल्ली में उन्होंने मोदी सरकार (modi government) में केंद्रीय राज्य मंत्री बने अजय भट्ट (ajay bhatt) से मुलाकात की. तीरथ सिंह रावत (tirath singh rawat) ने केंद्रीय राज्य मंत्री बनने पर अजय भट्ट (ajay bhatt) को बधाई दी. इस दौरान तीरथ सिंह रावत ने ईटीवी भारत के साथ उत्तराखंड के सियासी घटनाक्रम को लेकर बातचीत भी की.

उत्तराखंड में मुख्यमंत्री के तौर पर तीरथ सिंह रावत का कार्यकाल सबसे छोटा मात्र 115 दिन का रहा. इसको लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. वहीं विपक्ष भी लगातार उत्तराखंड की सियासत को लेकर बीजेपी पर कटाक्ष कर रहा है. विपक्ष यहां तक कह रहा है कि बंगाल के उपचुनाव को रोकने के लिए उत्तराखंड के सीएम का भी बलिदान दिया गया. इसको लेकर जब तीरथ सिंह रावत से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ये सब आकलन हैं. उत्तराखंड को पीएम मोदी ने प्राथमिकता दी है. पीएम मोदी उत्तराखंड का चहुंमुखी विकास करना चाहते हैं.

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से खास बीतचीत

पढ़ें- CM बनने के बाद धामी का पहला दिल्ली दौरा आज, गृहमंत्री अमित शाह से करेंगे मुलाकात

वहीं उन्होंने कहा कि देखिए, किस तरह कांग्रेसी आपस में एक-दूसरे की खिंचाई कर रहे हैं. कांग्रेस ने बहुत कुछ किया है इस प्रकार का. कांग्रेस को जनता नकार चुकी है. अपने उपचुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि उनके सामने कानूनी पेंच था. कानूनी पेंच के कारण ही उन्होंने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दिया है. वे सांसद हैं और उन्हें छह महीन के अंदर चुनाव लड़ना था, जो कोरोना के कारण पॉसिबल नहीं था. इन सब परिस्थितियों को देखते हुए उन्हें अपना इस्तीफा देना पड़ा.

वहीं कांग्रेस जो आरोप लगा रही है कि बंगाल में ममता बनर्जी को रोकने के लिए बीजेपी ने उत्तराखंड का बलिदान किया है, इस पर तीरथ सिंह रावत ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है. ये कांग्रेस की अपनी सोच है. कांग्रेस की तो छल-कपट वाली स्थिति है. कहते हैं न खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे. कांग्रेस की भी वही हालत हो चुकी है. कांग्रेस के पास कहने को कुछ है ही नहीं.

पढ़ें- CM धामी केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यों का करेंगे स्थलीय निरीक्षण

इसी के साथ उन्होंने दावा किया है कि बीजेपी 2022 के विधानसभा चुनाव में भारी बहुत के साथ दोबारा सत्ता पर काबिज होगी. मुख्ममंत्री पुष्कर सिंह धामी (pushkar singh dhami) काफी अनुभवी हैं. इसके अलावा केंद्र में अजय भट्ट भी अच्छा काम करेंगे. पीएम मोदी ने केंद्र में अजय भट्ट को जो स्थान दिया है, उसके लिए वे पीएम मोदी को धन्यवाद देते हैं.

देहरादून: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत (tirath singh rawat) शुक्रवार को दिल्ली पहुंचे. दिल्ली में उन्होंने मोदी सरकार (modi government) में केंद्रीय राज्य मंत्री बने अजय भट्ट (ajay bhatt) से मुलाकात की. तीरथ सिंह रावत (tirath singh rawat) ने केंद्रीय राज्य मंत्री बनने पर अजय भट्ट (ajay bhatt) को बधाई दी. इस दौरान तीरथ सिंह रावत ने ईटीवी भारत के साथ उत्तराखंड के सियासी घटनाक्रम को लेकर बातचीत भी की.

उत्तराखंड में मुख्यमंत्री के तौर पर तीरथ सिंह रावत का कार्यकाल सबसे छोटा मात्र 115 दिन का रहा. इसको लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. वहीं विपक्ष भी लगातार उत्तराखंड की सियासत को लेकर बीजेपी पर कटाक्ष कर रहा है. विपक्ष यहां तक कह रहा है कि बंगाल के उपचुनाव को रोकने के लिए उत्तराखंड के सीएम का भी बलिदान दिया गया. इसको लेकर जब तीरथ सिंह रावत से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ये सब आकलन हैं. उत्तराखंड को पीएम मोदी ने प्राथमिकता दी है. पीएम मोदी उत्तराखंड का चहुंमुखी विकास करना चाहते हैं.

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वहीं उन्होंने कहा कि देखिए, किस तरह कांग्रेसी आपस में एक-दूसरे की खिंचाई कर रहे हैं. कांग्रेस ने बहुत कुछ किया है इस प्रकार का. कांग्रेस को जनता नकार चुकी है. अपने उपचुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि उनके सामने कानूनी पेंच था. कानूनी पेंच के कारण ही उन्होंने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दिया है. वे सांसद हैं और उन्हें छह महीन के अंदर चुनाव लड़ना था, जो कोरोना के कारण पॉसिबल नहीं था. इन सब परिस्थितियों को देखते हुए उन्हें अपना इस्तीफा देना पड़ा.

वहीं कांग्रेस जो आरोप लगा रही है कि बंगाल में ममता बनर्जी को रोकने के लिए बीजेपी ने उत्तराखंड का बलिदान किया है, इस पर तीरथ सिंह रावत ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है. ये कांग्रेस की अपनी सोच है. कांग्रेस की तो छल-कपट वाली स्थिति है. कहते हैं न खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे. कांग्रेस की भी वही हालत हो चुकी है. कांग्रेस के पास कहने को कुछ है ही नहीं.

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इसी के साथ उन्होंने दावा किया है कि बीजेपी 2022 के विधानसभा चुनाव में भारी बहुत के साथ दोबारा सत्ता पर काबिज होगी. मुख्ममंत्री पुष्कर सिंह धामी (pushkar singh dhami) काफी अनुभवी हैं. इसके अलावा केंद्र में अजय भट्ट भी अच्छा काम करेंगे. पीएम मोदी ने केंद्र में अजय भट्ट को जो स्थान दिया है, उसके लिए वे पीएम मोदी को धन्यवाद देते हैं.

Last Updated : Jul 10, 2021, 12:01 PM IST
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