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ऋषिकेश: आवारा मवेशियों से हो रहे सड़क हादसे, अब युवाओं ने की ये पहल - आवारा मवेशियों से सड़क हादसे

ऋषिकेश की सड़कों में आवारा मवेशियों की संख्या बढ़ती जा रही है. इससे शहरवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. आवारा मवेशियों से हो रही सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ऋषिकेश के युवाओं ने एक पहल शुरू की है.

rishikesh
आवारा मवेशी
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Published : Oct 5, 2020, 1:23 PM IST

Updated : Oct 5, 2020, 3:00 PM IST

ऋषिकेश: शहर में आवारा मवेशियों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. इससे शहरवासियों को परेशानी हो रही है. सड़कों पर घूमते आवारा मवेशी वाहन चालकों और राहगीरों के लिए खतरा साबित हो रहे हैं. मवेशियों के अचानक सड़क पर आ जाने से अक्सर दुर्घटनाएं हो जाती हैं. कई बार लोगों को अपनी जान तक गंवानी पड़ती है. दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ऋषिकेश के युवाओं ने एक अनोखी पहल शुरू की है.

आवारा मवेशियों से हो रहे सड़क हादसे.
ऋषिकेश में मवेशियों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं में इस वर्ष 14 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. रात के समय अचानक मवेशी दोपहिया वाहनों से टकरा जाते हैं. जिससे दुर्घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. कई बार बड़े वाहन से टकराने पर इन पशुओं की भी जान जा चुकी है. ऐसे में तीर्थ नगरी के युवाओं ने एक अनोखी पहल शुरू की है. यह युवा रात के समय सड़कों में निकल मवेशियों के गले में चमकीले रिफ्लेक्टर बांध रहे हैं. ताकि रोशनी पड़ने पर दूर से जानवर के होने का पता चल सके.

युवाओं का कहना है कि जन और पशु दोनों की सुरक्षा के लिए वो लोग ऐसा कर रहे हैं. इन युवाओं ने अपना एक ग्रुप भी बनाया है. ग्रुप को नाम दिया है वंदे मातरम ग्रुप.

पढ़ें: डीडीहाट में अब नहीं रहेगा बंदरों का आतंक, पकड़े गए 60 से ज्यादा वानर

इन युवाओं ने पहले नगर निगम को भी एक प्रार्थना पत्र देकर आग्रह किया था कि नगर से आवारा मवेशियों को अन्यत्र शिफ्ट किया जाए. लेकिन जब निगम ने कोई कार्रवाई नहीं की तो इन युवाओं ने अपने ही संसाधनों से पशुओं और लोगों की सुरक्षा के लिए पशुओं के गले में रिफ्लेक्टर बांधने शुरू कर दिए. अब लोग भी इन युवाओं की इस पहल का स्वागत कर रहे हैं. उनके इस कार्य में भागीदार भी बन रहे हैं.

ऋषिकेश: शहर में आवारा मवेशियों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. इससे शहरवासियों को परेशानी हो रही है. सड़कों पर घूमते आवारा मवेशी वाहन चालकों और राहगीरों के लिए खतरा साबित हो रहे हैं. मवेशियों के अचानक सड़क पर आ जाने से अक्सर दुर्घटनाएं हो जाती हैं. कई बार लोगों को अपनी जान तक गंवानी पड़ती है. दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ऋषिकेश के युवाओं ने एक अनोखी पहल शुरू की है.

आवारा मवेशियों से हो रहे सड़क हादसे.
ऋषिकेश में मवेशियों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं में इस वर्ष 14 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. रात के समय अचानक मवेशी दोपहिया वाहनों से टकरा जाते हैं. जिससे दुर्घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. कई बार बड़े वाहन से टकराने पर इन पशुओं की भी जान जा चुकी है. ऐसे में तीर्थ नगरी के युवाओं ने एक अनोखी पहल शुरू की है. यह युवा रात के समय सड़कों में निकल मवेशियों के गले में चमकीले रिफ्लेक्टर बांध रहे हैं. ताकि रोशनी पड़ने पर दूर से जानवर के होने का पता चल सके.

युवाओं का कहना है कि जन और पशु दोनों की सुरक्षा के लिए वो लोग ऐसा कर रहे हैं. इन युवाओं ने अपना एक ग्रुप भी बनाया है. ग्रुप को नाम दिया है वंदे मातरम ग्रुप.

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इन युवाओं ने पहले नगर निगम को भी एक प्रार्थना पत्र देकर आग्रह किया था कि नगर से आवारा मवेशियों को अन्यत्र शिफ्ट किया जाए. लेकिन जब निगम ने कोई कार्रवाई नहीं की तो इन युवाओं ने अपने ही संसाधनों से पशुओं और लोगों की सुरक्षा के लिए पशुओं के गले में रिफ्लेक्टर बांधने शुरू कर दिए. अब लोग भी इन युवाओं की इस पहल का स्वागत कर रहे हैं. उनके इस कार्य में भागीदार भी बन रहे हैं.

Last Updated : Oct 5, 2020, 3:00 PM IST
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