देहरादून: लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण 11 अप्रैल को उत्तराखंड में होने वाले मतदान से 48 घंटे पहले अंतरराष्ट्रीय भारत-नेपाल सीमा को सील कर दिया जाएगा. जिससे किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधियों को रोका जा सके. हालांकि, इस दौरान आपातकाल सेवाएं जांच पड़ताल के साथ जारी रखी जाएंगी.
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अपराध व कानून व्यवस्था महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि मतदान से 2 दिन पहले उत्तराखंड से लगते चीन के बॉर्डर में भी केंद्रीय सुरक्षा बलों द्वारा सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी जाएगी. साथ ही राज्य से लगते अंतरराज्यीय हिमाचल व यूपी की 85 सीमाओं पर भी आवाजाही को चेकिंग के दायरे में लगातार रखा जाएगा.
अशोक कुमार के मुताबिक भारत-नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारी आवागमन को देखते हुए लगातार केंद्रीय सुरक्षा बलों व सिविल पुलिस द्वारा सख्त चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. इसके साथ ही सीसीटीवी के माध्यम से संदिग्ध गतिविधियों पर लगातार नजर बनाई जा रही है. जिससे किसी भी तरह की मादक तस्करी, नकदी व अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की गतिविधियों को लेकर नजर रखी जा सके.
कुछ इस प्रकार होगी सुरक्षा व्यवस्था
- उत्तराखंड के एसएसपी और जिला अधिकारियों ने नेपाल के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की.
- 9 अप्रैल से भारत नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा को सील कर दिया जाएगा.
- संवेदनशील और अतिसंवेदनशील जिलों में 60 कंपनी सुरक्षाबलों को जिले के लगभग 30 हजार सिविल पुलिस के साथ तैनाती.
- पंजाब आर्म्ड पुलिस की विशेष टुकड़ियों की देहरादून सहित उत्तराखंड के कई शहरों में तैनाती.