देहरादून: भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) में आगामी 12 दिसंबर 2020 को पासिंग आउट परेड आयोजित होने जा रही है. वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के दौरान आयोजित होने वाली इस पासिंग आउट परेड का नजारा विगत वर्षों की तुलना में न सिर्फ अलग होगा, बल्कि कोरोना के मद्देनजर इस बार के पासिंग आउट परेड के काफी कार्यक्रम बीते वर्षों की अपेक्षा काफी सीमित दायरे में रखे जाएंगे. भारत सरकार स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए इस पासिंग आउट परेड में सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क सहित भीड़भाड़ को दरकिनार करते हुए कई कार्यक्रमों में कटौती करने की संभावना है.
आईएमए प्रशासन ने बताया कि जैसे जून 2020 को पासिंग आउट परेड में सभी तरह के स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन किया गया था, उसी तरह 12 दिसंबर 2020 को आयोजित होने वाली पासिंग आउट परेड में भी कोरोना के सभी प्रोटोकॉल का अनुपालन कराते हुए सीमित दायरे में परेड संपन्न कराई जाएगी. कार्यक्रम अधिक से अधिक लाइव कवरेज के रूप में प्रसारित किया जायेगा.
हालांकि, आईएमए द्वारा जारी बयान में यह बात भी कही गई है कि इस बार पिछले बार की मुकाबले कार्यक्रम को थोड़ा क्रेडिट्स के मुताबिक भी करवाया जाएगा, क्योंकि पिछली बार परिवार के लोगों को आने की अनुमति नहीं थी. लिहाजा इस बार एक जवान के साथ परिवार के दो सदस्य भव्य परेड का आनंद ले सकेंगे. हालांकि, दो से ज्यादा सदस्यों को पीओपी में आने की अनुमति नहीं होगी और जवानों के साथ जो भी परिवार के सदस्य आएंगे, उनको अपने साथ कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट लानी अनिवार्य होगी.
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आईएमए प्रशासन ने बताया कि कोरोना को देखते हुए भारतीय सैन्य अकादमी में प्रशिक्षण पाने वाले भारतीय और विदेशी कैडेट्स के स्वास्थ्य का भी विशेष रूप से ख्याल रखा जा रहा है. सभी तरह के स्वास्थ्य एहतियात को बरतते हुए आईएमए की ट्रेनिंग में किसी तरह का कोई व्यवधान नहीं आने दिया जा रहा है.
बता दें कि, विश्व की सबसे विशाल 11 सेनाओं में भारतीय सेना का नाम भी शुमार है. दुनियाभर के सबसे बेहतरीन सैन्य प्रशिक्षण के लिए मशहूर भारतीय सैन्य अकादमी में भारत सहित मित्र राष्ट्रों के जेंटलमैन केडेट्स बेहद कठिन और जांबाजी वाला प्रशिक्षण पाकर सेना में सीधे अधिकारी बनते हैं. वर्तमान समय तक आईएमए 60,000 से अधिक प्रशिक्षण पाने वाले कैडेट्स को ऑफिसर बना चुका है.