ETV Bharat / state

देहरादून: IIP ने ईजाद किया पीएनजी बर्नर, 30 फीसदी ईंधन की होगी बचत

भारतीय पेट्रोलियम संस्थान (IIP) ने पीएनजी गैस के लिए एक खास तरह के बर्नर का ईजाद किया है. जिससे 30 फीसदी तक गैस के इस्तेमाल में बचत होगी. गौरतलब है कि हरिद्वार में पीएनजी गैस कनेक्शन की शुरुआत हो चुकी. जल्द ही देहरादून में भी पीएनजी गैस लाइन लाने की तैयारी की जा रही है.

author img

By

Published : Jan 18, 2020, 4:57 PM IST

Updated : Jan 18, 2020, 5:49 PM IST

dehradun
पीएनजी बर्नर

देहरादून: निश्चित तौर से आने वाला दौर पीएनजी यानी पाइप नेचुरल गैस का है. जिसको लेकर देश में युद्ध स्तर पर काम चल रहा है. उत्तराखंड की बात करें तो पीएनजी गैस को लेकर काम शुरू हो चुका है. हरिद्वार में पीएनजी गैस कनेक्शन की शुरुआत हो चुकी है तो वहीं, निकट भविष्य में देहरादून शहर को भी पीएनजी गैस लाइन के लिए तैयार किया जा रहा है.

देहरादून में मौजूद भारतीय पेट्रोलियम संस्थान (IIP) में इन गैसों के इस्तेमाल करने के लिए एक खास तरह के बर्नर यानी चूल्हे का आविष्कार किया गया है. जिसके उपयोग से 30 फीसदी तक गैस की बचत की जा सकेगी.

पीएनजी बर्नर

ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए इस पीएनजी बर्नर के अविष्कारक वैज्ञानिक डॉ. एके जैन ने बताया कि यह स्टोव पूरी तरह से पीएनजी गैस के लिए डेडकेटेड स्टॉप है. पीएनजी यानी नेचुरल गैस एलपीजी गैस से बिल्कुल अलग तरह की गैस होती है. यह हवा से हल्की होती है जबकि, एलपीजी हवा से भारी होती है. उन्होंने बताया कि इस चूल्हे की मिक्सिंग ट्यूब, बर्नर इत्यादि सभी कंपोनेंट पीएनजी गैस के मद्देनजर बिल्कुल अलग तरह से डिजाइन किए गए हैं.

ये भी पढ़े: रिहायशी इलाके में हाथी की धमक से खौफजदा लोग, निजात दिलाने की मांग

सामान्य बर्नर से तुलना में पीएनजी बर्नर से फायदा

वैज्ञानिक डॉ. एके सिंह ने बताया कि जब हम सामान्य चूल्हे में पीएनजी गैस का इस्तेमाल करेंगे तो उसमें 20 से 25 फ़ीसदी गैस बर्बाद होगी. जो कि सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण के दृष्टिकोण से हानिकारक हैं. पीएनजी बर्नर को बनाने वाले वैज्ञानिकों ने बताया कि यह बर्नर सामान्य बर्नर से काफी किफायती है. खाना बनाते हुए ज्यादा अच्छी तरह से और कम समय, कम खर्च में खाना बनाता है. यह बर्नर 20 से 25 फ़ीसदी गैस की बचत करेगा और पैसे के साथ साथ वायुमंडल में जाने वाली ग्रीन हाउस गैसों की भी बचत करेगा. आसान भाषा मे कहा जाय तो यह चूल्हा आपके 4 सौ रुपए के बिल में 100 रुपए की बचत करेगा.

व्यवसायिक दृष्टिकोण से भी किफायती

पीएनजी बैनर बनाने वाले वैज्ञानिक डॉ. एके जैन ने बताया कि देश मे अगर प्रत्येक साल 50 लाख पीएनजी चूल्हों को हम बाजार में मौजूद सामान्य एलपीजी चूल्हों से रिप्लेस करें तो हर साल देश मे 1200 करोड़ रुपये की बचत होगी. शोधकर्ताओं ने बताया कि इस पीएनजी चूल्हे की कीमत भी सामान्य एलपीजी चूल्हे के बराबर ही है तो इससे उपभोक्ता की जेब पर भी कोई खास असर नहीं पड़ेगा.

देहरादून: निश्चित तौर से आने वाला दौर पीएनजी यानी पाइप नेचुरल गैस का है. जिसको लेकर देश में युद्ध स्तर पर काम चल रहा है. उत्तराखंड की बात करें तो पीएनजी गैस को लेकर काम शुरू हो चुका है. हरिद्वार में पीएनजी गैस कनेक्शन की शुरुआत हो चुकी है तो वहीं, निकट भविष्य में देहरादून शहर को भी पीएनजी गैस लाइन के लिए तैयार किया जा रहा है.

देहरादून में मौजूद भारतीय पेट्रोलियम संस्थान (IIP) में इन गैसों के इस्तेमाल करने के लिए एक खास तरह के बर्नर यानी चूल्हे का आविष्कार किया गया है. जिसके उपयोग से 30 फीसदी तक गैस की बचत की जा सकेगी.

पीएनजी बर्नर

ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए इस पीएनजी बर्नर के अविष्कारक वैज्ञानिक डॉ. एके जैन ने बताया कि यह स्टोव पूरी तरह से पीएनजी गैस के लिए डेडकेटेड स्टॉप है. पीएनजी यानी नेचुरल गैस एलपीजी गैस से बिल्कुल अलग तरह की गैस होती है. यह हवा से हल्की होती है जबकि, एलपीजी हवा से भारी होती है. उन्होंने बताया कि इस चूल्हे की मिक्सिंग ट्यूब, बर्नर इत्यादि सभी कंपोनेंट पीएनजी गैस के मद्देनजर बिल्कुल अलग तरह से डिजाइन किए गए हैं.

ये भी पढ़े: रिहायशी इलाके में हाथी की धमक से खौफजदा लोग, निजात दिलाने की मांग

सामान्य बर्नर से तुलना में पीएनजी बर्नर से फायदा

वैज्ञानिक डॉ. एके सिंह ने बताया कि जब हम सामान्य चूल्हे में पीएनजी गैस का इस्तेमाल करेंगे तो उसमें 20 से 25 फ़ीसदी गैस बर्बाद होगी. जो कि सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण के दृष्टिकोण से हानिकारक हैं. पीएनजी बर्नर को बनाने वाले वैज्ञानिकों ने बताया कि यह बर्नर सामान्य बर्नर से काफी किफायती है. खाना बनाते हुए ज्यादा अच्छी तरह से और कम समय, कम खर्च में खाना बनाता है. यह बर्नर 20 से 25 फ़ीसदी गैस की बचत करेगा और पैसे के साथ साथ वायुमंडल में जाने वाली ग्रीन हाउस गैसों की भी बचत करेगा. आसान भाषा मे कहा जाय तो यह चूल्हा आपके 4 सौ रुपए के बिल में 100 रुपए की बचत करेगा.

व्यवसायिक दृष्टिकोण से भी किफायती

पीएनजी बैनर बनाने वाले वैज्ञानिक डॉ. एके जैन ने बताया कि देश मे अगर प्रत्येक साल 50 लाख पीएनजी चूल्हों को हम बाजार में मौजूद सामान्य एलपीजी चूल्हों से रिप्लेस करें तो हर साल देश मे 1200 करोड़ रुपये की बचत होगी. शोधकर्ताओं ने बताया कि इस पीएनजी चूल्हे की कीमत भी सामान्य एलपीजी चूल्हे के बराबर ही है तो इससे उपभोक्ता की जेब पर भी कोई खास असर नहीं पड़ेगा.

Intro:Special Story---

एंकर- वैज्ञानिकों का मानना है कि आने वाला दो और पीएनजी गैस का है नेचुरल गैस का है और इस गैस के इस्तेमाल के लिए देहरादून पेट्रोलियम संस्थान में पीएनजी बर्नर को इजाद किया गया है जिससे इन गैसों इस्तेमाल में 30 फ़ीसदी तक बचत होगी।





Body:वीओ- निश्चित तौर से आने वाला दौर पीएनजी यानी पाइप नेचुरल गैस का है। जिसको लेकर देश में युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। उत्तराखंड की बात करें तो पीएनजी गैस को लेकर काम शुरू हो चुका है। हरिद्वार में पीएनजी गैस कनेक्शन की शुरुआत हो चुकी है तो वहीं निकट भविष्य में देहरादून शहर को भी पीएनजी गैस लाइन के लिए तैयार किया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ देहरादून में मौजूद केंद्रीय पेट्रोलियम संस्थान में इन गैसों के इस्तेमाल करने के लिए एक खास तरह के बर्नर यानी चूल्हे का आविष्कार किया गया है।

ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए इस पीएनजी बर्नर के अविष्कारक वैज्ञानिक डॉक्टर ए के जैन ने बताया कि यह स्टोव पूरी तरह से पीएनजी गैस के लिए डेडीकेटेड स्टॉप है। उन्होंने कहा कि पीएनजी यानी नेचुरल गैस एलपीजी गैस से बिल्कुल अलग तरह की गैस होती है यह हवा से हल्की होती है जबकि एलपीजी हवा से भारी होती है। उन्होंने बताया कि इस चूल्हे की मिक्सिंग ट्यूब, बर्नर इत्यादि सभी कंपोनेंट पीएनजी गैस के मध्यनजर बिल्कुल अलग तरह से डिजाइन किए गए हैं।

सामान्य बर्नर से तुलना में पीएनजी बर्नर से फायदा ---

वैज्ञानिक एके सिंह ने बताया कि जब हम सामान्य चूल्हे में पीएनजी गैस का इस्तेमाल करेंगे तो उसमें 20 से 25 फ़ीसदी गैस बर्बाद होगी जोकि सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण के दृष्टिकोण से हानिकारक है। पीएनजी बर्नर को बनाने वाले वैज्ञानिकों ने बताया कि यह बर्नर सामान्य बर्नर से काफी किफायती है। खाना बनाते हुए ज्यादा अच्छी तरह से और कम समय, कम खर्च में खाना बनाता है। यह बर्नर 20 से 25 फ़ीसदी गैस की बचत करेगा और पैसे के साथ साथ वायुमंडल में जाने वाली ग्रीन हाउस गैसों की भी बचत करेगा। आसान भाषा मे कहा जाय तो यह चूल्हा आपके ₹400 के बिल में ₹100 की बचत करेगा।

व्यवसायिक दृष्टिकोण से भी किफायती---
पीएनजी बैनर बनाने वाले वैज्ञानिक डॉक्टर ए के जैन ने बताया कि देश मे अगर प्रत्येक वर्ष 50 लाख पीएनजी चूल्हों को हम बाजार में मौजूद सामान्य एलपीजी चूल्हों से रिप्लेस करें तो हर साल देश मे 1200 करोड़ रुपये की बचत होगी। शोधकर्ताओं ने बताया कि इस पीएनजी चूल्हे की कीमत भी सामान्य एलपीजी चूल्हे के बराबर ही है तो इससे उपभोक्ता की जेब पर भी कोई खास असर नहीं पड़ेगा।

2015 से चल रहा था शोध, पेट्रोलियम मंत्रालय की मैस में हो चुका है एक्सपेरिमेंट---
पीएनजी बर्नर बनाने वाली शोध टीम के वैज्ञानिक डॉक्टर पंकज आर्य ने बताया कि वर्ष 2015 से इस प्रोजेक्ट पर शोध चल रहा था और डेढ़ से दो साल की कड़ी मेहनत के बाद इस चूल्हे को बनाने में सफलता हासिल हुई है। उन्होंने बताया कि तमाम लैब ट्रायल्स और फील्ड ट्रायल के बाद इसका प्रोडक्शन शुरू किया गया है। पंकज आर्य ने बताया कि केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय की मैस में भी इस चूल्हे को प्रयोगात्मक रूप में इस्तेमाल किया गया और सभी सजग पाया गया कि यह चूल्हा 25 से 30 फीसदी तक ईंधन बचत कर रहा है। डॉ पंकज आर्य ने बताया कि आईआईपी देहरादून द्वारा इसके डिजाइन का कॉपीराइट लिया गया है। और डिजाइन पेटेंट अप्लाई किया हुआ है। न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी। क्योंकि पीएनजी का केवल भारत में ही नही बल्कि पूरे विश्व में इस्तेमाल किया जा रहा है।

जल्द आएगा बाजार से अभी ऑनलाइन अवेलेबल है।---

अभी तक इस पीएनजी चूल्हे को लेकर 40 मैन्युफैक्चर कंपनियों द्वारा लाइसेंस लिया गया है। और पूरे देश मे यह 40 मैन्यूफैक्चर अलग अलग प्रदेशो में इस चूल्हे उपलब्ध करवाते हैं। शोधकर्ताओं द्वारा बताया गया कि यह चूल्हा बाजार में उपलब्ध है और दिल्ली, चंडीगढ़ जैसे बड़े शहरों के बाजारों में उपलब्ध है। बताया गया कि जल्द ही IIP द्वारा इन 40 मैन्यूफैक्चर और इनकी लोकेशन की सूची सार्वजनिक कर दी जाएगी। फिलहाल आप इस चूल्हे हो ऑनलाइन स्नैपडील और फ्लिपकार्ट के माध्यम से घर बैठे खरीद सकते हैं।



Conclusion:
Last Updated : Jan 18, 2020, 5:49 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.