देहरादून: उत्तराखंड में लंबे समय से संगीन वारदातों को अंजाम देने वाले पश्चिमी यूपी अपराधियों की धरपकड़ ना होने पर आईजी सहारनपुर का बड़ा बयान आया है. उनका कहना है कि यूपी वेस्ट के अपराधी इनदिनों उत्तराखंड में सक्रिय है. आईजी शरद सचान का कहना है कि अपनी जान बचाने के लिए इन अपराधियों ने उत्तराखंड में पनाह ले रखी है. ऐसे में आईजी सहारनपुर ने कहीं ना कहीं इशारों ही इशारों में उत्तराखंड पुलिस के लचर कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं.
आईजी सहारनपुर के इस बयान ने लगता है कि अपराधियों पर नकेल कसने में उत्तराखंड से ज्यादा उत्तरप्रदेश पुलिस कामयाब रही है. क्योंकि अपराधी पश्चिमी यूपी में सक्रिय बदमाश अब उत्तराखंड में वारदातों को धड़ल्ले से अंजाम दे रहे हैं. उत्तराखंड में घटित होने वाली ज्यादातर संगीन अपराधों में पश्चिमी यूपी के बदमाशों का लंबे समय से बोलाबाला रहा है. आईजी सहारनपुर ने देहरादून आयोजित कांवड़ मेले के अंतरराज्यीय पुलिस सामंजस्य बैठक के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए ईटीवी भारत के एक सवाल के जवाब में ये बात कही है.
सहारनपुर आईजी शरद सचान ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस से जान बचाने के लिए वहां से अपराधी अन्य राज्यों में आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. जिन पर शिकंजा कसना जरूरी है. हालांकि, उत्तराखंड पुलिस भी अपराधियों पर दवाब बना रही है लेकिन, दोनों राज्यों की पुलिस आपसी सामंजस्य बनाकर इस पर बेहतर कार्य कर सकती है.
पश्चिमी यूपी के अपराधी उत्तराखंड में सक्रिय: डीजीपी
उत्तराखंड में लंबे अरसे से पश्चिमी यूपी के अपराधियों की सक्रियता को लेकर उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी ने अपनी चिंता जाहिर की है. डीजीपी ने भी माना है कि राज्य में ज्यादातर होने वाली संगीन घटनाओं में यूपी के अपराधियों की भूमिका रहती है. ऐसे यूपी के वांटेड अपराधियों की उत्तराखंड में सक्रियता को देखते हुए इन वांटेड अपराधियों की डाटा शेयरिंग कर इन पर नकेल कसने की कार्रवाई की जाएगी. डीजीपी रतूड़ी ने कहा कि यूपी पुलिस के साथ बेहतर तालमेल बनाकर राज्य के सीमा से बाहर अपराधियों की धरपकड़ की कार्रवाई तेजी की जाएगी.
हरियाणा के बदमाश उत्तराखंड में सक्रिय नहीं: आईजी करनाल
वहीं, उत्तराखंड में एटीएम क्लोनिंग, लूट और चोरी जैसे अपराधों में हरियाणा के बदमाशों की भी सक्रियता देखी गई है. इतना ही नहीं इन अपराधियों की धरपकड़ के लिए कई बार उत्तराखंड पुलिस को हरियाणा जाकर कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा है. इसका ताजा उदाहरण हरियाणा के मेवात जिले का है. जहां बदमाशों की धरपकड़ करने गई दून की एसओजी टीम को एक महीने तक हरियाणा में जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा था. उधर, हरियाणा के बदमाशों की उत्तराखंड में सक्रियता को लेकर जब ईटीवी भारत ने करनाल (हरियाणा) आईजी योगेंद्र नेहरा से इस मामले में सवाल किया तो उनका साफ तौर पर कहना था कि हरियाणा का कोई गिरोह उत्तराखंड देहरादून में सक्रिय नहीं है, यह गलत जानकारी है. उन्होंने कहा कि उनके पास ऐसी कोई सूचना नहीं है. जब भी कोई ऐसी जानकारी सामने आएगी तो हरियाणा पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी.