देहरादून: प्रॉपर्टी डीलर से हुई लूट के हाई प्रोफाइल मामले में पुलिस ने रविवार को आईजी गढ़वाल की गाड़ी को सीज की गई है. इस मामले में पहले से ही कांग्रेसी नेता समेत एक दारोगा और दो सिपाही न्यायिक हिरासत में हैं. घटनाक्रम के अनुसार एक दारोगा और दो सिपाहियों ने आईजी गढ़वाल की गाड़ी का इस्तेमाल कर प्रॉपर्टी डीलर से लूट की थी. इसके बाद से लगातार आईजी गढ़वाल की गाड़ी को सीज न करने पर सवाल खड़े हो रहे थे, लेकिन अब पुलिस ने आईजी गढ़वाल की गाड़ी को सीज किया है.
आईजी गढ़वाल की गाड़ी सीज करने की कार्रवाई को लेकर कोई भी अधिकारी कैमरे के सामने कुछ भी कहने से बच रहा है. लेकिन, खबर है कि पुलिस ने कानूनी कार्रवाई के दौरान आईजी की गाड़ी सीज कर ली है. बताया जा रहा है कि शनिवार को सीसीटीवी फुटेज समेत अन्य सबूतों के आधार पर आईजी की सरकारी स्कॉर्पियो को सीज कर लिया गया है.
क्या है मामला
चार अप्रैल की रात को आचार संहिता की आड़ में प्रापर्टी डीलर अनुरोध पंवार से नोटों से भरा बैग आईजी गढ़वाल के सरकारी वाहन में सवार 3 पुलिसकर्मियों ने लूट लिया था. डीलर के पास करीब एक करोड़ रुपये थे. पीड़ित ने बैग जब्त होने के बाद दो दिनों तक थानों के चक्कर काटे. लेकिन नगदी जब्त करने की कार्रवाई किसके द्वारा की गई है ये पता नहीं चला.
इसके बाद प्रापर्टी डीलर अनुरोध ने नौ अप्रैल की रात को डालनवाला कोतवाली में तीन पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. पुलिस अधिकारियों ने सरकारी गाड़ी का दुरुप्रयोग करने के आरोप में दरोगा दिनेश नेगी, सिपाही हिमांशु उपाध्याय और घुड़सवारी पुलिस के कांस्टेबल अमित अधिकारी को निलंबित कर दिया था.