देहरादून: 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए खुशखबरी है. सेमेस्टर सिस्टम की तर्ज पर 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं साल में 2 बार कराये जाने को लेकर एचआरडी मिनिस्ट्री ने कवायद शुरू कर दी है. जिसके तहत सभी राज्यों को एक ड्राफ्ट सर्कुलेट किया गया है. इस संबंध में सुझाव मांगे गए हैं. अगर इस पर सभी की सहमति बनती है तो सेमेस्टर सिस्टम लागू कर दिया जाएगा.
दरअसल, बोर्ड परीक्षा के तनाव और असफल छात्रों द्वारा आत्महत्या जैसे कदम उठाने के मामले हर साल सामने आते हैं. इस पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को साल में दो बार कराने का मन बनाया है. शिक्षा सचिव डॉ. आर मीनाक्षी सुंदरम की मानें तो इस संबंध में अभिभावकों और छात्रों से राय ली जा रही है. अगर सभी लोग इस पर सहमति जताएंगे तो सेमेस्टर सिस्टम को जल्द ही लागू कर दिया जायेगा.
क्या है सेमेस्टर सिस्टम?
सेमेस्टर सिस्टम लागू होने से 10वीं और 12वीं के छात्रों को एक-एक साल के कोर्स की जगह अब सिर्फ 6-6 महीने के कोर्स की परीक्षा देनी होंगी. इससे छात्रों पर पढ़ाई का बोझ कम होगा. छात्रों को सहूलियत मिले सकेंगी. इसके साथ ही बोर्ड परीक्षा के तनाव और असफल छात्रों द्वारा आत्महत्या जैसे कदम उठाने पर लगाम भी लग सकेगी.
शिक्षा सचिव डॉ. आर मीनाक्षी सुंदरम का कहना है कि एचआरडी मिनिस्ट्री की ओर से नेशनल एजुकेशन पॉलिसी का ड्राफ्ट सभी राज्यों को सर्कुलेट किया गया है. उसके तहत शिक्षकों, छात्रों, अभिभावकों और आम नागरिकों से इस संबंध में सुझाव मांगे गए हैं. अगर सेमेस्टर सिस्टम के बारे में सभी की सहमति बनती है, उसके बाद ही सेमेस्टर सिस्टम लागू किया जाएगा.