देहरादून: भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत के एक्सीडेंट (rishabh pant car accident) का मामला एक हफ्ते बाद भी पहेली बना हुआ है. शुरुआती खबरों में नींद की झपकी को ऋषभ पंत की सड़क दुर्घटना का कारण बताया गया. इसके अगले ही दिन डीडीसीए के अधिकारी ने बताया कि ऋषभ पंत का एक्सीडेंट हाईवे पर हुए गड्ढे के कारण हुआ. उसके बाद सीएम धामी और खानपुर विधायक और ऋषभ पंत के पारिवारिक मित्र उमेश कुमार (Rishabh Pant family friend Umesh Kumar) ने भी इन्हीं बातों को दोहराया. जिसके बाद ऋषभ पंत के एक्सीडेंट की गुत्थी उलझी हुई है.
सड़क दुर्घटना में घायल भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत को इलाज के लिए मुंबई भेज दिया गया है. ऋषभ पंत का इलाज अब मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल(Rishabh Pant treatment in Kokilaben) में होगा.जाने माने स्पोर्ट्स इंजरी सर्जन दिनशॉ पारदीवाला ऋषभ पंत का इलाज करेंगे. लगभग 1 हफ्ते से देहरादून के मैक्स में एडमिट ऋषभ पंत का एक्सीडेंट आखिरकार किस वजह से हुआ अभी तक यह पहेली बना हुआ है. मुख्यमंत्री से लेकर पुलिस अधिकारी डीडीसीए के अधिकारियों से लेकर ऋषभ पंत के पारिवारिक सदस्यों के बयान अब बेहद अलग अलग नजर आ रहे हैं.
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ऋषभ पंत का एक्सीडेंट (Rishabh Pant injured in road accident) 30 दिसंबर की सुबह हुआ था. तब ऋषभ पंत दिल्ली से रुड़की आ रहे थे. इस हादसे को लेकर शुरुआती दौर में पुलिस के जो बयान आए उसमें यह कहा गया कि ऋषभ पंत ने बताया कि उनको झपकी आ गई थी. इस वजह से वह गाड़ी से अपना नियंत्रण खो बैठे और यह सड़क हादसा हुआ. उस वक्त रुड़की के एसपी देहात स्वप्निल किशोर ने मीडिया के सामने बयान जारी किया था.
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जिस वक्त देहरादून के मैक्स असपताल में ऋषभ पंत का इलाज हो रहा था, उस वक्त मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और बीसीसीआई से जुड़े अधिकारी सहित डीडीसीए के अधिकारी भी अस्पताल पहुंचे थे. ऋषभ पंत का हाल जानने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा था कि सड़क पर गड्ढे की वजह से एक्सीडेंट हुआ. मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋषभ पंत ने उन्हें बताया कि जब वे हाईवे पर कार चला रहे थे, तब उन्हें गड्ढा जैसा कुछ दिखाई दिया. जिससे बचने के चक्कर में वे गाड़ी से नियंत्रण खो बैठे. इसके साथ ही डीडीसीए के निदेशक श्याम शर्मा(DDCA Director Shyam Sharma) ने भी ऋषभ पंत से बात की थी. उन्होंने भी हाईवे पर गड्ढे की बात कही थी.
विपक्ष को मिला मुद्दा: इस हादसे के बाद राज्य में विपक्ष को एक मुद्दा मिल गया है. कांग्रेस ने इसे सरकार की लापरवाही बताया. कांग्रेस ने कहा कि ऋषभ पंत के एक्सीडेंट ने राज्य सरकार के कामों की कलई खोली है. कांग्रेस लगातार पहले से ही उत्तराखंड में सड़क दुर्घटनाओं और सड़कों के गड्ढों का मामला उठाती रही है. ऋषभ पंत के मामले में भी ऐसा ही हुआ है, जिससे एक होनहार खिलाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हुआ है.
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फिर गड्डे वाली बात से किनारा कर गए सीएम: अपने पहले बयान के विपरीत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मीडिया से बातचीत की. दूसरे बयान में सीएम धामी ने कहा कि ऋषभ पंत ने उन्हें बताया था कि उनके सामने कोई काली सी चीज आ गई थी. मुख्यमंत्री ने अपने बयान में इस बार गड्ढे का जिक्र बिल्कुल भी नहीं किया. सवालों को काटते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा जितनी चर्चाएं हो रही हैं उतनी बातें निकल कर आ रही हैं. लेकिन सही बात यह है कि राज्य में उनका इलाज बेहतर तरीके से करवाया जा रहा है. सीएम धामी ने कहा कि ऋषभ पंत जल्द ही वह स्वस्थ होकर मैदान में आएंगे.
उमेश शर्मा बोले गड्डा ही बना हादसे की वजह: ऋषभ पंत के पारिवारिक मित्र और खानपुर से विधायक उमेश शर्मा लगातार ऋषभ पंत के संपर्क में हैं. वे उनके साथ लंबा समय बिता रहे हैं. उमेश शर्मा ने कहा कि यह हादसा 100% सड़क में गड्ढे की वजह से ही हुआ है. ऋषभ से जितनी बार भी उनकी बात हुई है, उन्होंने बार-बार इस बात का जिक्र किया है. उमेश शर्मा इस पूरे मामले पर राज्य सरकार और एनएचएआई को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं.
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गड्डा, नींद या ऋषभ की लापरवाही क्या है वजह: एनएचएआई से जुड़े अधिकारी पहले ही इस पूरे मामले से पल्ला झाड़ चुके हैं. एनएचएआई से जुड़े अधिकारियों का कहना है मौके पर कोई गड्ढा नहीं था. हकीकत यह है कि 2 तारीख की रात को अचानक से एनएचएआई ने उसी जगह पर सड़क की मरम्मत करवाई, जहां पर ऋषभ पंत का एक्सीडेंट हुआ था. अब सवाल यह खड़ा होता है कि ऋषभ पंत(Reason of Rishabh Pant accident) का एक्सीडेंट कैसे हुआ? क्या इसकी जिम्मेदारी एनएचएआई लेगा या फिर गलती ऋषभ पंत की है. क्या पुलिस इस पूरे मामले की जांच करेगी यह भी बड़ा सवाल है. बहरहाल हकीकत यही है कि राज्य सरकार ने पहले गड्ढे की बात स्वीकार की. लेकिन बाद में इस पूरे मामले से पल्ला भी झाड़ दिया.