देहरादून: उत्तराखंड आबकारी विभाग में प्रमोशन का मामला लगातार खटाई में पड़ता नजर आ रहा है. लंबे समय से पदोन्नति की प्रक्रिया में मेडिकल फिटनेस का तकनीकी पेंच निस्तारित होने की बजाय लंबित होता जा रहा है. ऐसे में एक बार फिर प्रमोशन प्रक्रिया के तहत तीसरी बार आबकारी के कुल 13 पदों के लिए मेडिकल कार्रवाई विभागीय स्तर पर कोरोनेशन अस्पताल में शुरू कर दी गई है. उधर एक के बाद एक तीसरी बार मेडिकल प्रक्रिया शुरू होने के चलते प्रमोशन से संबंधित अधिकारी-कर्मचारी बार-बार होने वाली इस कार्रवाई से नाराज नजर आ रहे हैं.
बता दें कि इससे पहले भी जुलाई 2020 और नवंबर 2020 को आबकारी प्रमोशन के तहत संबंधित अधिकारी कर्मचारियों का उत्तराखंड मेडिकल बोर्ड द्वारा स्वास्थ्य प्रशिक्षण कराया जा चुका है. आबकारी और स्वास्थ्य विभाग के आपसी तालमेल में कमी के कारण वर्तमान समय तक शासन और आयोग में यह मेडिकल रिपोर्ट नहीं पहुंच सकी है. जिसके कारण प्रमोशन प्रक्रिया खटाई में पड़ी है.
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जानकारी के अनुसार राज्य के आबकारी विभाग में 4 प्रधान सहायक और 9 उप आबकारी निरीक्षकों के प्रमोशन उत्तराखंड आबकारी इंस्पेक्टर (निरीक्षक) पदों के लिए होने हैं. मगर मेडिकल फिटनेस परीक्षण प्रक्रिया पूरी न होने के चलते यह प्रमोशन का मामला अधर में लटका हुआ है. हालांकि एक बार फिर प्रमोशन प्रक्रिया के तहत तीसरी बार स्वास्थ्य परीक्षण की कार्रवाई सोमवार से देहरादून के कोरोनेशन अस्पताल में शुरू हुई है. इस बार मेडिकल के दौरान शासन स्तर के अनुभाग अधिकारी को भी इस प्रक्रिया में शामिल किया गया है, ताकि स्वास्थ और आबकारी विभाग के बीच किसी भी तरह की आशंका न हो.
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उधर आबकारी प्रमोशन की प्रक्रिया के तहत तीसरी बार हो रहे मेडिकल परीक्षण को लेकर संबंधित अधिकारी कर्मचारी सवाल उठा रहे हैं. उनके मुताबिक आखिरकार जब दो बार की मेडिकल रिपोर्ट शासन तक नहीं पहुंची तो ऐसे में तीसरी बार मेडिकल रिपोर्ट शासन और आयोग तक पहुंचेगी या नहीं इस पर किस तरह से विश्वास किया जाए.