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देहरादून: प्राइवेट लैब संचालकों और अस्पतालों को नहीं होगी कोविड-19 टेस्ट की अनुमति - Dehradun Corona News

उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा तेजी से बढ़ने के साथ ही सरकार भी तत्परता से कार्य कर रही है. जबकि, देहरादून में कोविड-19 को लेकर सैंपल जांच के लिए कई प्राइवेट लैब के साथ अस्पताल नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं.

District Magistrate Ashish Kumar Srivastava
जिलाधिकारी आशीष कुमार श्रीवास्तव
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Published : Sep 12, 2020, 7:39 PM IST

Updated : Sep 12, 2020, 8:11 PM IST

देहरादून: प्रदेश में दिनों-दिन कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. वहीं, राजधानी देहरादून में प्राइवेट लैब को लेकर सवाल खड़े होते रहे हैं, ऐसे भी अब मुख्य चिकित्सा अधिकारी की कार्रवाई ने भी यह बात तय कर दी है कि प्राइवेट लैब संचालक भारत सरकार के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं. लिहाजा, लैब के साथ ही प्राइवेट अस्पतालों को भी अब कोविड-19 टेस्ट की दी गई अनुमति को वापस ले लिया गया है.

जिलाधिकारी आशीष कुमार श्रीवास्तव
प्रदेश में कोरोना संक्रमण के लिहाज से स्थिति दिन-ब-दिन भयावह होती जा रही है. उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा तेजी से बढ़ने के साथ ही सरकार भी तत्परता से कार्य कर रही है. देहरादून में कोविड-19 को लेकर सैंपल जांच के लिए कई प्राइवेट लैब के साथ ही अस्पतालों को भी इसकी अनुमति दी गई है. लेकिन परेशानी यह है कि भारत सरकार के कोविड-19 को लेकर दिए गए मानकों को प्राइवेट लैब और निजी अस्पताल संचालक मनाने को तैयार नहीं हैं. हालातों और स्थितियों को देखते हुए और मुख्य चिकित्सा अधिकारी दे ऐसे प्राइवेट लैब और प्राइवेट अस्पतालों पर कार्रवाई करते हुए कोविड-19 की जांच को लेकर दी गई अनुमति को वापस ले लिया है.

पढ़ें-सामाजिक दूरी का पालन नहीं किया तो होगी सख्ती, IG ने दिया ये निर्देश

अब यह प्राइवेट और निजी अस्पताल कोरोना की जांच नहीं कर पाएंगे. देहरादून के डॉक्टर सजना नौटियाल पैथोलॉजी लैब, सीकुंद डायग्नोस्टिक सेंटर, गोयल पैथोलॉजी लैब, आरना डायग्नोस्टिक सेंटर, वेलवेड हॉस्पिटल और कनिष्क डायग्नोस्टिक सेंटर पर कार्रवाई की गई है. बता दें कि इस सब पर भारत सरकार के नियमों के तहत मरीजों की प्रॉपर जानकारी सरकार को नहीं देने का आरोप है और पोर्टल में एंट्री ना करने के कारण इनकी अनुमति कैंसिल की गई है.

देहरादून: प्रदेश में दिनों-दिन कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. वहीं, राजधानी देहरादून में प्राइवेट लैब को लेकर सवाल खड़े होते रहे हैं, ऐसे भी अब मुख्य चिकित्सा अधिकारी की कार्रवाई ने भी यह बात तय कर दी है कि प्राइवेट लैब संचालक भारत सरकार के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं. लिहाजा, लैब के साथ ही प्राइवेट अस्पतालों को भी अब कोविड-19 टेस्ट की दी गई अनुमति को वापस ले लिया गया है.

जिलाधिकारी आशीष कुमार श्रीवास्तव
प्रदेश में कोरोना संक्रमण के लिहाज से स्थिति दिन-ब-दिन भयावह होती जा रही है. उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा तेजी से बढ़ने के साथ ही सरकार भी तत्परता से कार्य कर रही है. देहरादून में कोविड-19 को लेकर सैंपल जांच के लिए कई प्राइवेट लैब के साथ ही अस्पतालों को भी इसकी अनुमति दी गई है. लेकिन परेशानी यह है कि भारत सरकार के कोविड-19 को लेकर दिए गए मानकों को प्राइवेट लैब और निजी अस्पताल संचालक मनाने को तैयार नहीं हैं. हालातों और स्थितियों को देखते हुए और मुख्य चिकित्सा अधिकारी दे ऐसे प्राइवेट लैब और प्राइवेट अस्पतालों पर कार्रवाई करते हुए कोविड-19 की जांच को लेकर दी गई अनुमति को वापस ले लिया है.

पढ़ें-सामाजिक दूरी का पालन नहीं किया तो होगी सख्ती, IG ने दिया ये निर्देश

अब यह प्राइवेट और निजी अस्पताल कोरोना की जांच नहीं कर पाएंगे. देहरादून के डॉक्टर सजना नौटियाल पैथोलॉजी लैब, सीकुंद डायग्नोस्टिक सेंटर, गोयल पैथोलॉजी लैब, आरना डायग्नोस्टिक सेंटर, वेलवेड हॉस्पिटल और कनिष्क डायग्नोस्टिक सेंटर पर कार्रवाई की गई है. बता दें कि इस सब पर भारत सरकार के नियमों के तहत मरीजों की प्रॉपर जानकारी सरकार को नहीं देने का आरोप है और पोर्टल में एंट्री ना करने के कारण इनकी अनुमति कैंसिल की गई है.

Last Updated : Sep 12, 2020, 8:11 PM IST
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