देहरादून: कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों और सीमा पर तनाव के बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने एक नया मामला उठाकर भाजपा सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं. इस बार हरीश रावत ने सबका ध्यान पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों की तरफ खींचने की कोशिश की है, हालांकि हरीश रावत के आरोपों के बीच भाजपा ने भी इसका जवाब दिया है.
दरअसल, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत जब भी कोई मामला उठाते हैं तो वो भाजपा के लिए बड़ी चुनौती पैदा कर देता हैं. इस बार भी राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर चल रहे विभिन्न मसलों से हटकर हरीश रावत ने पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों का मुद्दा उठाया है. हरीश रावत ने कहा कि केंद्र सरकार लॉकडाउन में लोगों से पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ा कर वसूली कर रही है, जबकि यह पहली दफा हुआ है जब डीजल के दाम भी पेट्रोल के बराबर पहुंच गए हैं.
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वहीं, हरीश रावत के इन आरोपों पर भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष ने जवाब देते हुए कहा है कि कांग्रेस हमेशा देश और सरकार विरोधी बयानों में जुटी रहती है, जबकि पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ोतरी और कमी चलती रहती है, जिसे कंपनियां निर्धारित करती हैं, ऐसे में हरीश रावत केवल सरकार को बदनाम करने के मकसद से ही ऐसे आरोप लगाते हैं.