देहरादून: सहस्त्रधारा रोड स्थित धरना स्थल पर बेरोजगार संघ ने बेरोजगारी के मुद्दे पर थाली और घंटी बजाकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. वहीं, पूर्व सीएम हरीश रावत ने अपने आवास पर 5 बजकर 5 मिनट पर घंटी बजाकर केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ बेरोजगारी के मुद्दे पर अपना विरोध जताया.
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि आज देश के बेरोजगार नौजवानों ने विरोध प्रकट करने के लिए बेहद नायाब तरीका निकाला है. आज 5 बजकर 5 मिनट पर नौजवानों ने अपने साथियों, सहयोगियों और अपने साथ सहानुभूति रखने वालों से आग्रह किया था कि वो आज शाम थाली और घंटी बजा कर बेरोजगारी के खिलाफ अपनी एकजुटता जाहिर करें. ऐसे में मैंने भी नौजवानों के साथ अपने घर की बालकोनी में घंटी बजा कर समर्थन दिया है.
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हरीश रावत ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस तरह लाखों घंटियां केंद्र सरकार को बेरोजगारों के प्रति कर्तव्य निभाने की याद दिलाएगी. यह कितनी अजीब बात है कि केंद्रीय संस्थानों में लंबे समय से रिक्तियों को भरा नहीं जा रहा है. निरंतर सूचनाएं आती रहती है कि अब भर्तियां निकलेंगी और उन रिक्तियों को भरा जाएगा. मगर वह सूचनाएं एक धोखा साबित होती हैं.
उन्होंने कहा कि रेलवे में करोड़ों नौजवानों ने आवेदन किए, इसके लिए विज्ञप्ति भी जारी की गई. मगर इम्तिहान नहीं हुए और जहां इम्तिहान हुए उनके रिजल्ट नहीं आए. हरीश रावत ने कहा कि यह कहानी केंद्र सरकार के साथ-साथ भाजपा शासित राज्य भी अपना रही है. भाजपा शासनकाल में बेरोजगारों की घोर उपेक्षा की जा रही है.