देहरादून: आज पूरे देश में परमवीर चक्र विजेता कैप्टन विक्रम बत्रा को उनकी जयंती पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी जा रही है. इसी क्रम में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए नमन किया है. विक्रम बत्रा महज 24 साल की उम्र में शहीद हुए थे.
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#भारत माँ के वीर सपूत, कारगिल युद्ध के दौरान अदम्य साहस दिखाने वाले, परमवीर चक्र विजेता, शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा जी की जयंती पर उन्हें शत्-शत् नमन।
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पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने दी श्रद्धांजलि: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ट्विटर पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि मां भारती के वीर सपूत और कारगिल युद्ध के दौरान अदम्य साहस दिखाने वाले शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा को उनकी जयंती पर शत्-शत् नमन करता हूं.
1974 को हिमाचल में कैप्टन विक्रम बत्रा का हुआ था जन्म: कैप्टन विक्रम बत्रा का जन्म 9 सितंबर 1974 को हिमाचल में हुआ था और उनकी प्रारंभिक पढ़ाई पालमपुर में हुई थी. इसके बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए चंडीगढ़ चले गए. चंड़ीगढ़ से पढ़ाई पूरी करने के बाद उनका सिलेक्शन मर्चेंट नेवी के लिए हुआ, लेकिन उन्होंने इंग्लिश में MA करने के लिए प्रवेश ले लिया और सेना में चले गए.
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5140 पॉइंट को पाकिस्तानी सेना से कराया था मुक्त: 1999 में विक्रम बत्रा ने कमांडो की ट्रेनिंग पूरी की थी, तभी पाकिस्तान की सेना ने कारगिल में घुसपैठ कर पहाड़ियों पर कब्जा कर लिया था. उनकी वीरता को देखते हुए उन्हें युद्ध में बुलाया गया. उन्होंने श्रीनगर लेह मार्ग के ऊपर 5140 पॉइंट को पाकिस्तानी सेना से मुक्त कराया था और पाकिस्तानी सेना को धूल चटाई थी.
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