देहरादून/बिहार: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज पटना पहुंचे. जहां उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की. दोनों नेताओं की मुलाकात मुख्यमंत्री आवास पर हुई. गुपचुप तरीके से हुई मुलाकात के पीछे की वजहों का अभी तक पता नहीं चला है, मगर इस मुलाकात को आने वाले लोकसभा चुनाव और महागठबंधन की चुनावी तैयारी के रूप में देखा जा रहा है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हरीश रावत, बिहार मुख्यमंत्री आवास पर 4 बजे पहुंचे. जिसके बाद हरीश रावत और नीतीश कुमार के बीच काफी देर तक बातचीत हुई. इन दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई अभी तक इसकी जानकारी नहीं है. दोनों नेताओं की मुलाकात के बात बिहार के सियासी गलियारों में महागठबंधन और विपक्षी एकजुटता की खबरें तैर रही हैं.
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बता दें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकजुटता के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं. ऐसे में हरीश रावत का अचानक आज पटना आना और मुख्यमंत्री आवास जाकर नीतीश कुमार से मुलाकात करना संभवत आगे की राजनीति का ही एक हिस्सा है. माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव और महागठबंधन पर दोनों नेताओं के बीच चर्चा हुई होगी.
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बिहार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह की ओर से आज सदाकत आश्रम में इफ्तार पार्टी दी गई थी. जिसमें पार्टी के कई नेता शामिल हुए. राष्ट्रीय सचिव और बिहार प्रभारी अजय कपूर ने भी इस पार्टी में शिरकत की. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सदाकत आश्रम पहुंचे. बड़ी बात यह है कि कांग्रेस नेता हरीश रावत इफ्तार पार्टी में शामिल नहीं हुए. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को हरीश रावत के पटना आने की सूचना भी नहीं थी. ऐसे में हरीश रावत का पटना आकर नीतीश कुमार से मुलाकात करना किसी बड़े राजनीतिक घटनाक्रम की ओर इशारा कर रहा है. माना जा रहा है कि हरीश रावत को कांग्रेस की ओर से विपक्षी एकता को एक मंच पर लाने के लिए बिहार भेजा गया हो.
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बता दें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले दिनों दिल्ली जाकर राहुल गांधी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़के से मुलाकात की थी. नीतीश कुमार को विपक्षी एकजुटता की बड़ी जिम्मेदारी कांग्रेस की तरफ से दी गई है. अब पार्टी के वरिष्ठ नेता हरीश रावत भी आकर नीतीश कुमार से मुलाकात कर रहे हैं. दोनों के बीच काफी देर तक चर्चा परिचर्चा भी हो रही है. जिसके कई मायने निकाले जा रहे हैं.