देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने आवास पर कलाकार, पत्रकार, वकीलों और चालक-परिचालकों की समस्याओं को लेकर एक घंटे का सांकेतिक उपवास रखेंगे. उपवास के माध्यम से हरीश रावत सरकार को संदेश देना चाहते हैं कि इस कोरोना काल में उनकी तकलीफों को समझते हुए उनकी आर्थिक मदद की जाए.
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि कलाकार, एडवोकेट, पत्रकारों के लिए वो एक घंटे का सांकेतिक उपवास रखने जा रहे हैं. इनमें चालक परिचालक भी शामिल हैं, जिनकी वजह से अर्थव्यवस्था का पहिया चल रहा है. उन्होंने कहा कि उन्हें यह कहते हुए खुशी हो रही है कि उनकी सरकार के दौरान कलाकारों, पत्रकारों और एडवोकेट गणों के लिए कल्याण कोष की स्थापना की गई थी. ऐसे में भाजपा सरकार को उन कल्याण कोषों को क्रियाशील करते हुए इस कोरोना काल में उनकी मदद करनी चाहिए थी, मगर सरकार कलाकारों को आर्थिक सहायता के तौर पर एक हजार रुपये देकर इनका अपमान कर रही है. उन्होंने कहा कि कम से कम यह धनराशि तीन हजार रुपये के आसपास बल्कि उससे भी कहीं ज्यादा होनी चाहिए थी.
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बता दें कि, आज पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने आवास पर कलाकारों, पत्रकारों, एडवोकेट और चालक परिचालकों आदि के हितों को लेकर सांकेतिक उपवास रखने जा रहे हैं. उपवास के जरिए हरीश रावत इन तबकों की समस्याओं को राज्य की जनता और सरकार के सम्मुख रखना चाहते हैं.