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हरेला पर्वः रिस्पना नदी को पुनर्जीवित करने के लिए रोपे जाएंगे 6 लाख पौधे - पर्यावरण संरक्षण

हरेला पर्व पर रिस्पना और कोसी नदी को पुनर्जीवित करने के लिए पौधरोपण किया जा रहा है. इसके लिए रिस्पना में 11 ब्लॉक बनाए गए हैं. इन सभी ब्लॉकों में 31 हजार पौधे लगाए जाएंगे.

harela fest
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Published : Jul 16, 2019, 8:35 PM IST

देहरादूनः प्रदेश में हरेला पर्व की शुरुआत हो गई है. हरेला पर्व का आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व पर्यावरण संरक्षण से माना जाता है. इस बार हरेला पर्व पर राज्य सरकार ने 6 लाख 25 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है. इसी कड़ी में मोथरोवाला में आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पौधरोपण किया. साथ ही लोगों से ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने की अपील की. साथ ही कहा कि पेड़ लगाकर कोसी और रिस्पना नदी को पुनर्जीवित करने की कोशिश की जाएगी.

हरेला पर्व पर पौधरोपण करते सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत.

इसी कड़ी में मंगलवार को मोथरोवाला में 2 हजार से ज्यादा पौधे लगाए गए. इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ वन मंत्री हरक सिंह रावत, तमाम विभागीय अधिकारी समेत स्कूली बच्चों ने पौधारोपण किया. साथ ही विभिन्न सामाजिक संस्थाओं ने भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि आज हरेला पर्व के साथ ही गुरू पूर्णिमा भी है. हरेला एक हरियाली और परंपरागत त्योहार है.

ये भी पढ़ेंः सड़कों पर लगी स्ट्रीट लाइट भी ले उड़े चोर, नींद में पुलिस-प्रशासन

उन्होंने बताया कि बीते साल हरेला पर्व पर नदियों के पुनर्जीवन को लेकर रिस्पना में करीब ढाई लाख पौधे और कोसी नदी के जलागम क्षेत्र में कई पौधे लगाए गए थे. रिस्पना नदी के पुनर्जीवन के लिए यह अभियान चलाया गया है. इसमें जनता की सहभागिता जरूरी है. जिससे इन नदियों को पुनर्जीवित किया जा सके. उन्होंने कहा कि इसके लिए रिस्पना में 11 ब्लॉक बनाए गए हैं. इन सभी ब्लॉकों में 31 हजार पौधे लगाए जाएंगे, जिसकी शुरुआत आज से हो गई है.

देहरादूनः प्रदेश में हरेला पर्व की शुरुआत हो गई है. हरेला पर्व का आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व पर्यावरण संरक्षण से माना जाता है. इस बार हरेला पर्व पर राज्य सरकार ने 6 लाख 25 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है. इसी कड़ी में मोथरोवाला में आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पौधरोपण किया. साथ ही लोगों से ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने की अपील की. साथ ही कहा कि पेड़ लगाकर कोसी और रिस्पना नदी को पुनर्जीवित करने की कोशिश की जाएगी.

हरेला पर्व पर पौधरोपण करते सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत.

इसी कड़ी में मंगलवार को मोथरोवाला में 2 हजार से ज्यादा पौधे लगाए गए. इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ वन मंत्री हरक सिंह रावत, तमाम विभागीय अधिकारी समेत स्कूली बच्चों ने पौधारोपण किया. साथ ही विभिन्न सामाजिक संस्थाओं ने भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि आज हरेला पर्व के साथ ही गुरू पूर्णिमा भी है. हरेला एक हरियाली और परंपरागत त्योहार है.

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उन्होंने बताया कि बीते साल हरेला पर्व पर नदियों के पुनर्जीवन को लेकर रिस्पना में करीब ढाई लाख पौधे और कोसी नदी के जलागम क्षेत्र में कई पौधे लगाए गए थे. रिस्पना नदी के पुनर्जीवन के लिए यह अभियान चलाया गया है. इसमें जनता की सहभागिता जरूरी है. जिससे इन नदियों को पुनर्जीवित किया जा सके. उन्होंने कहा कि इसके लिए रिस्पना में 11 ब्लॉक बनाए गए हैं. इन सभी ब्लॉकों में 31 हजार पौधे लगाए जाएंगे, जिसकी शुरुआत आज से हो गई है.

Intro:उत्तराखंड में आज से हरेला पर्व की शुरुआत हो गई है। हरेला पर्व का आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व पर्यावरण संरक्षण से है। क्योंकि जब प्रकृति रहेगी तभी मनुष्य रहेगा। हरियाली, हरित वर्ण का संकेत है। और इस हरेला पर्व को मनाने का मकसद होता है जिससे हमारा जीवन सुख और समृद्धि से भरा रहे। तो वही हरेला पर्व पर राज्य सरकार ने 6 लाख 25 हज़ार पेड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा था। जिसके तहत मंगलवार को मोथरोवाला मे आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम मे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने वृक्ष लगाकर लोगों से अधिक से अधिक पेड़ लगाने की अपील की।


Body:वही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि आज हरेला पर्व के साथ ही गुरु पूर्णिमा भी है। हरेला एक हरियाली का पर्व है और यह हमारी परंपरागत त्यौहार है इसमें अपने आने वाले पीढ़ियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हैं, ताकि उनका जीवन सुख में हो। साथ ही बताया कि पिछले साल हरेला पर्व पर कोसी और रिस्पना नदी के पुनर्जीवन को लेकर रिस्पना में करीब ढाई लाख पौधे और कोसी नदी के जलागम क्षेत्र में भी पौधे लगाए गए थे लगाए गए थे। और यह रिस्पना नदी के पुनर्जीवन के लिए अभियान है और सरकार चाहती है कि यहां की जनता पूरी तरह सहभाग करें, ताकि जनता के सहयोग से इन नदियों का पुनर्जीवन हो। उसी दिशा में रिस्पना में 11 ब्लॉक बनाए गए हैं और इन सभी ब्लॉकों में 31 हज़ार पौधे लगाए जाएंगे, जिसकी आज शुरुआत हो गई है।

हालांकि इस हरेला पर्व पर राज्य सरकार ने 6 लाख 25 हज़ार पेड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है, जिसके तहत मोथरोवाला मे 2 हज़ार से ज्यादा पेड़-पौधे लगाए गए, इस दौरान वन मंत्री हरक सिंह रावत, तमाम विभागीय अधिकारी समेत बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों के साथ ही विभिन सामाजिक संस्थाओं ने भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।

बाइट - त्रिवेंद्र सिंह रावत, सीएम


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