ETV Bharat / state

सबकी नजरों से दूर हरक और प्रीतम के बीच गुफ्तगू, जानिए किस मुद्दे पर हुई बातचीत

राजनीति में जब विरोधी दलों के नेताओं के बीच मुलाकात हो तो कई सियासी मायने निकाले जाते हैं. ऐसा ही एक नजारा देहरादून में देखने को मिला. जहां हरक सिंह रावत (Harak singh rawat) और प्रीतम सिंह (Pritam singh) सबकी नजरों से दूर गुफ्तगू करते नजर आए, लेकिन ईटीवी भारत की कैमरे से नहीं बच पाए. जानिए दोनों दिग्गजों के बीच किस मुद्दे पर हुई बातचीत....

Harak Singh Rawat and Pritam Singh meeting
हरक सिंह रावत और प्रीतम सिंह की मुलाकात
author img

By

Published : Nov 26, 2021, 7:54 PM IST

Updated : Nov 26, 2021, 8:14 PM IST

देहरादूनः उत्तराखंड की राजनीति (Uttarakhand politics) इन दिनों सत्ता और विरोधी दल के नेताओं के बीच चल रही गुपचुप मुलाकात और बातचीत से खूब गर्म है. देहरादून में एक बार फिर ऐसी ही मुलाकात देखने को मिली. जहां सबकी नजरों से दूर हरक सिंह रावत (Harak singh rawat) और प्रीतम सिंह (Pritam singh) एक बार फिर मुलाकात करते हुए देखे गए. उनके इन गुफ्तगू के बीच ईटीवी भारत ने पहुंचकर बातचीत के मायने जानने की कोशिश की.

बता दें कि पिछले लंबे समय से उत्तराखंड में चुनाव की बेला नजदीक आते ही दो विरोधी दलों के नेताओं के बीच बातचीत की कई तस्वीरें सामने आती रही है, कभी सुबोध उनियाल और प्रीतम सिंह के बीच होती बातचीत, तो कभी हरीश रावत और त्रिवेंद्र की मुलाकात से राजनीतिक गलियारों में उठी सुर्खियां माहौल को और भी गर्म करती रही है. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह और सरकार में मंत्री हरक सिंह रावत की दोस्ती भी पिछले कुछ समय से बढ़ती हुई दिखाई दी है.

सबकी नजरों से दूर हरक और प्रीतम के बीच गुफ्तगू.

ये भी पढ़ेंः हरक ने फिर छोड़ा शिगूफा, 'हो सकता है प्रीतम सिंह BJP में आ जाएं, हरीश करते हैं परेशान'

इसी कड़ी में शुक्रवार को सबकी नजरों से दूर हरक सिंह रावत और प्रीतम सिंह की मुलाकात (Harak Singh Rawat and Pritam Singh meeting) एक बार फिर कैमरे में कैद हुई है. देहरादून के एक रेस्टोरेंट में दोनों ही नेताओं ने मुलाकात की और जाहिर तौर पर राजनीतिक बातचीत भी हुई. इस मुलाकात की जानकारी लगते ही ईटीवी भारत भी इस रेस्टोरेंट में पहुंचा और इस राजनीतिक घटनाक्रम को जानने की कोशिश की.

प्रीतम सिंह बोले हरक से उनकी सामान्य मुलाकातः इस मुलाकात को लेकर जब ईटीवी भारत ने नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह (Leader of Opposition Pritam Singh) से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि यह हरक सिंह रावत से उनकी सामान्य मुलाकात है. वो कुछ काम के सिलसिले में प्रदेश के मंत्री से मिलने आए थे.

ये भी पढ़ेंः हरीश रावत के लिए हरक दिखा रहे सॉफ्ट कॉर्नर, क्या 'घर वापसी' की है जुगत?

बातचीत का मुद्दा नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह का निजी था या कोई राजनीतिक परिचर्चा यह कहना तो थोड़ा मुश्किल है, लेकिन इतना तय है कि जब दो राजनीतिक बड़े चेहरे विरोधी दल के होने के बावजूद इस तरह चुनाव से पहले मिलते हैं तो इस पर राजनीतिक चर्चा भी जाहिर तौर से होती है. जिस तरह प्रदेश में हरक सिंह रावत के पार्टी छोड़ने को लेकर चर्चाएं होती रही है, उसको लेकर इन नई तस्वीरों ने और भी ज्यादा चर्चाओं को बढ़ा दिया है.

ये भी पढ़ेंः कांग्रेसी बागियों के अपमान पर हरक ने खोला मोर्चा, BJP को दी खामियाजा भुगतने की चेतावनी

हरक ने प्रीतम को बताया जागरूक विधायकः ईटीवी भारत में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत से भी इस मुलाकात के मायने जानने चाहे तो केवल मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह अपने क्षेत्र से जुड़े विषय को लेकर उनके पास आए थे और क्योंकि प्रीतम सिंह एक जागरूक विधायक हैं. इसलिए वो अपनी क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर अक्सर उनसे मिलने के लिए आते रहते हैं.

कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत (Cabinet Minister Harak Singh Rawat) ने साफतौर पर कहा कि हरीश रावत और गणेश गोदियाल विधायक नहीं है. इसलिए वो उनके पास नहीं आते हैं, लेकिन यदि वो भी विधायक होते तो निश्चित तौर पर वे भी अपनी क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर उनके पास आते.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

देहरादूनः उत्तराखंड की राजनीति (Uttarakhand politics) इन दिनों सत्ता और विरोधी दल के नेताओं के बीच चल रही गुपचुप मुलाकात और बातचीत से खूब गर्म है. देहरादून में एक बार फिर ऐसी ही मुलाकात देखने को मिली. जहां सबकी नजरों से दूर हरक सिंह रावत (Harak singh rawat) और प्रीतम सिंह (Pritam singh) एक बार फिर मुलाकात करते हुए देखे गए. उनके इन गुफ्तगू के बीच ईटीवी भारत ने पहुंचकर बातचीत के मायने जानने की कोशिश की.

बता दें कि पिछले लंबे समय से उत्तराखंड में चुनाव की बेला नजदीक आते ही दो विरोधी दलों के नेताओं के बीच बातचीत की कई तस्वीरें सामने आती रही है, कभी सुबोध उनियाल और प्रीतम सिंह के बीच होती बातचीत, तो कभी हरीश रावत और त्रिवेंद्र की मुलाकात से राजनीतिक गलियारों में उठी सुर्खियां माहौल को और भी गर्म करती रही है. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह और सरकार में मंत्री हरक सिंह रावत की दोस्ती भी पिछले कुछ समय से बढ़ती हुई दिखाई दी है.

सबकी नजरों से दूर हरक और प्रीतम के बीच गुफ्तगू.

ये भी पढ़ेंः हरक ने फिर छोड़ा शिगूफा, 'हो सकता है प्रीतम सिंह BJP में आ जाएं, हरीश करते हैं परेशान'

इसी कड़ी में शुक्रवार को सबकी नजरों से दूर हरक सिंह रावत और प्रीतम सिंह की मुलाकात (Harak Singh Rawat and Pritam Singh meeting) एक बार फिर कैमरे में कैद हुई है. देहरादून के एक रेस्टोरेंट में दोनों ही नेताओं ने मुलाकात की और जाहिर तौर पर राजनीतिक बातचीत भी हुई. इस मुलाकात की जानकारी लगते ही ईटीवी भारत भी इस रेस्टोरेंट में पहुंचा और इस राजनीतिक घटनाक्रम को जानने की कोशिश की.

प्रीतम सिंह बोले हरक से उनकी सामान्य मुलाकातः इस मुलाकात को लेकर जब ईटीवी भारत ने नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह (Leader of Opposition Pritam Singh) से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि यह हरक सिंह रावत से उनकी सामान्य मुलाकात है. वो कुछ काम के सिलसिले में प्रदेश के मंत्री से मिलने आए थे.

ये भी पढ़ेंः हरीश रावत के लिए हरक दिखा रहे सॉफ्ट कॉर्नर, क्या 'घर वापसी' की है जुगत?

बातचीत का मुद्दा नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह का निजी था या कोई राजनीतिक परिचर्चा यह कहना तो थोड़ा मुश्किल है, लेकिन इतना तय है कि जब दो राजनीतिक बड़े चेहरे विरोधी दल के होने के बावजूद इस तरह चुनाव से पहले मिलते हैं तो इस पर राजनीतिक चर्चा भी जाहिर तौर से होती है. जिस तरह प्रदेश में हरक सिंह रावत के पार्टी छोड़ने को लेकर चर्चाएं होती रही है, उसको लेकर इन नई तस्वीरों ने और भी ज्यादा चर्चाओं को बढ़ा दिया है.

ये भी पढ़ेंः कांग्रेसी बागियों के अपमान पर हरक ने खोला मोर्चा, BJP को दी खामियाजा भुगतने की चेतावनी

हरक ने प्रीतम को बताया जागरूक विधायकः ईटीवी भारत में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत से भी इस मुलाकात के मायने जानने चाहे तो केवल मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह अपने क्षेत्र से जुड़े विषय को लेकर उनके पास आए थे और क्योंकि प्रीतम सिंह एक जागरूक विधायक हैं. इसलिए वो अपनी क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर अक्सर उनसे मिलने के लिए आते रहते हैं.

कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत (Cabinet Minister Harak Singh Rawat) ने साफतौर पर कहा कि हरीश रावत और गणेश गोदियाल विधायक नहीं है. इसलिए वो उनके पास नहीं आते हैं, लेकिन यदि वो भी विधायक होते तो निश्चित तौर पर वे भी अपनी क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर उनके पास आते.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

Last Updated : Nov 26, 2021, 8:14 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.