देहरादूनः पौड़ी में कैबिनेट बैठक के दौरान विभागीय अधिकारी प्लास्टिक से बने फूलों के बुके लेकर पहुंचे तो कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत का पारा चढ़ गया और अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई. जिसके बाद आला अधिकारियों ने आनन-फानन में बांज और बुरांश की टहनियों से प्राकृतिक बुके बनाया और स्वागत की औपचारिकता पूरी की.
दरअसल, पौड़ी में गढ़वाल कमिश्नरी के 50 साल पूरे होने पर उत्तराखंड कैबिनेट की बैठक आयोजित की गई. बैठक में शिक्षा मंत्री को छोड़कर सभी कैबिनेट मंत्री शिरकत करने पहुंचे. पौड़ी आगमन पर तमाम अधिकारियों ने कैबिनेट मंत्रियों का जोर-शोर से स्वागत किया. इस दौरान कई अधिकारी प्लास्टिक से बने फूलों के बुके लेकर मंत्रियों का स्वागत करने पहुंचे. यही स्थिति वन विभाग के आला अधिकारियों की भी थी. वन एवं पर्यावरण विभाग से जुड़े अधिकारी भी अपने विभागीय मंत्री हरक सिंह रावत का स्वागत करने के लिए प्लास्टिक का बुके लेकर पहुंचे. इसे देख वो भड़क गए और जमकर फटकार लगाई.
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हरक सिंह रावत ने तत्काल अधिकारियों को नसीहत देते हुए प्लास्टिक से बने फूलों के बुके ना देने की बात कही. जिसके बाद कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और मुख्यमंत्री का स्वागत करने के लिए तत्काल बांज और बुरांश की टहनियों से प्राकृतिक बुके तैयार उनका स्वागत किया गया. इतना ही नहीं हरक सिंह रावत की इस पहल को देखते हुए कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने भी ऐसे ही एक गुलदस्ते को लेकर स्वागत की औपचारिकताओं को पूरा किया.
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हरक सिंह रावत ने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर वन एवं पर्यावरण से जुड़े अधिकारी ही प्लास्टिक से बनी चीजों का इस्तेमाल करेंगे तो बाकी लोगों को विभाग क्या संदेश देगा. वन मंत्री ने अपने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए भविष्य में पर्यावरण के संरक्षण को लेकर जरूरी कदम उठाए जाने के निर्देश दिए. उधर, कैबिनेट बैठक के दौरान हरक सिंह रावत का यह अंदाज तमाम कैबिनेट मंत्रियों समेत मुख्यमंत्री को भी पसंद आया.
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उत्तराखंड में प्लास्टिक को बैन किए जाने को लेकर तमाम बातें कही जाती है. इतना ही नहीं बीते साल से प्रदेश में प्लास्टिक के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है, लेकिन सरकारी कार्यक्रमों में ही प्लास्टिक का प्रयोग इन प्रयासों की गंभीरता पर सवाल खड़े कर देता है.