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ऋषिकेश: चार दिनों से गायब है युवती, सीओ साहब बोले- पुलिस कोई हनुमान नहीं है जो तुरंत ढूंढ लाये

अब इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब बड़े पदों पर बैठे जिम्मेदार पुलिस अधिकारी ही इस तरह की बात कर रहे हैं तो थाने और चौकियों में पीड़ितों की कैसे सुनी जाती होगी?

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ऋषिकेश
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Published : Jan 15, 2020, 8:35 PM IST

ऋषिकेश: उत्तराखंड की मित्र पुलिस का एक बार फिर गैर जिम्मेदाराना रवैया देखने को मिला है. इस बार मामला ऋषिकेश के श्यामपुर भल्ला फार्म का है, जहां की एक युवती 12 जनवरी से लापता है. लेकिन पुलिस युवती को तलाशने के बजाय ये कहती हुई नजर आ रही है कि पुलिस कोई हनुमान नहीं जो किसी को इतनी जल्दी ढूंढ लाए. ये गैर जिम्मेदाराना बयान किसी छोटे अधिकारी का नहीं बल्कि सीओ वीरेंद्र सिंह रावत का है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि थाने और चौकियों में बैठे अधिकारी पीड़ितों की कितनी सुनते होंगे.

चार दिन से गायब है युवती.

दरअसल, ऋषिकेश के श्यामपुर में रहने वाले एक अल्पसंख्यक परिवार पिछले चार दिनों से पुलिस के चक्कर काटने को मजबूर है. पीड़ित परिवार कभी श्यामपुर पुलिस चौकी तो कभी ऋषिकेश कोतवाली के चक्कर लगा लगाकर परेशान हो गया है. लेकिन अभी तक उसकी बेटी के लापता होने की रिपोर्ट नहीं लिखी गई है.

लापता युवती की मां का कहना है कि 12 जनवरी को कुछ लोगों ने उनके घर में घुसकर उनकी बेटी को उठा लिया था, इसके बाद वे तहरीर लेकर श्यामपुर पुलिस चौकी गई थी, लेकिन वहां किसी ने भी उनकी तहरीर नहीं ली, बल्कि उन्हें कोतवाली भेज दिया. वहीं, कोतवाली में भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई.

पढ़ें- ALERT: प्रदेश में भारी बारिश और बर्फबारी की चेतावनी, हिमस्खलन की भी आशंका

युवती की माता ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस यह कहकर वापस भेज देती है कि तुम्हारी बेटी खुद किसी के साथ चली गई है जबकि, उसका कहना है कि पुलिस मेरी बेटी को ढूंढकर तो लाये बिना मेरी बेटी के मिले पुलिस कैसे ये कह सकती है? पीड़िता ने कहा कि अब वह पुलिस अधीक्षक के पास जाकर मदद की गुहार लगाएगी.

पढ़ें- भारी बर्फबारी से हिमालयी क्षेत्रों में आपदा जैसे हालात, सरकार पर विपक्ष हुआ हमलावर

जब इस बारे में ईटीवी भारत के रिपोर्टर ने फोन पर ऋषिकेश सीओ वीरेंद्र सिंह रावत से बात कि तो उन्होंने बड़ा अटपटा बयान दिया. सीओ साहब ने कहा कि पुलिस कोई हनुमान नहीं जो इतनी जल्दी किसी को ढूंढ लाये. अब इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब बड़े पदों पर बैठे जिम्मेदार पुलिस अधिकारी की इस तरह की बात कर रहे हैं तो थाने और चौकियों में पीड़ितों की कैसे सुनी जाती होगी? ऐसे में मित्र पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठना लाजिमी है.

ऋषिकेश: उत्तराखंड की मित्र पुलिस का एक बार फिर गैर जिम्मेदाराना रवैया देखने को मिला है. इस बार मामला ऋषिकेश के श्यामपुर भल्ला फार्म का है, जहां की एक युवती 12 जनवरी से लापता है. लेकिन पुलिस युवती को तलाशने के बजाय ये कहती हुई नजर आ रही है कि पुलिस कोई हनुमान नहीं जो किसी को इतनी जल्दी ढूंढ लाए. ये गैर जिम्मेदाराना बयान किसी छोटे अधिकारी का नहीं बल्कि सीओ वीरेंद्र सिंह रावत का है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि थाने और चौकियों में बैठे अधिकारी पीड़ितों की कितनी सुनते होंगे.

चार दिन से गायब है युवती.

दरअसल, ऋषिकेश के श्यामपुर में रहने वाले एक अल्पसंख्यक परिवार पिछले चार दिनों से पुलिस के चक्कर काटने को मजबूर है. पीड़ित परिवार कभी श्यामपुर पुलिस चौकी तो कभी ऋषिकेश कोतवाली के चक्कर लगा लगाकर परेशान हो गया है. लेकिन अभी तक उसकी बेटी के लापता होने की रिपोर्ट नहीं लिखी गई है.

लापता युवती की मां का कहना है कि 12 जनवरी को कुछ लोगों ने उनके घर में घुसकर उनकी बेटी को उठा लिया था, इसके बाद वे तहरीर लेकर श्यामपुर पुलिस चौकी गई थी, लेकिन वहां किसी ने भी उनकी तहरीर नहीं ली, बल्कि उन्हें कोतवाली भेज दिया. वहीं, कोतवाली में भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई.

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युवती की माता ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस यह कहकर वापस भेज देती है कि तुम्हारी बेटी खुद किसी के साथ चली गई है जबकि, उसका कहना है कि पुलिस मेरी बेटी को ढूंढकर तो लाये बिना मेरी बेटी के मिले पुलिस कैसे ये कह सकती है? पीड़िता ने कहा कि अब वह पुलिस अधीक्षक के पास जाकर मदद की गुहार लगाएगी.

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जब इस बारे में ईटीवी भारत के रिपोर्टर ने फोन पर ऋषिकेश सीओ वीरेंद्र सिंह रावत से बात कि तो उन्होंने बड़ा अटपटा बयान दिया. सीओ साहब ने कहा कि पुलिस कोई हनुमान नहीं जो इतनी जल्दी किसी को ढूंढ लाये. अब इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब बड़े पदों पर बैठे जिम्मेदार पुलिस अधिकारी की इस तरह की बात कर रहे हैं तो थाने और चौकियों में पीड़ितों की कैसे सुनी जाती होगी? ऐसे में मित्र पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठना लाजिमी है.

Intro:Feed send on FTP
Folder name--Laparvah Police
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ऋषिकेश--ऋषिकेश पुलिस का एक बार फिर गैरजिम्मेदाराना रवैया देखने को मिला है,मामला श्यामपुर भल्ला फार्म का है जहां से एक युवती 12 जनवरी से गायब है लेकिन पुलिस कोई कार्यवाही नही कर रही है,वहीं एक जिम्मेदार पद पर तैनात ऋषिकेश के सीओ का कहना है कि पुलिस हनुमान नहीं जो इतनी जल्दी ढूंढ लाये।


Body:वी/ओ--ऋषिकेश के श्यामपुर में रहने वाले एक अल्पसंख्यक परिवार पिछले 4 दिनों से पुलिस के चक्कर काटने को मजबूर है,पीड़ित परिवार कभी श्यामपुर पुलिस चौकी तो कभी ऋषिकेश कोतवाली के चक्कर लगा लगाकर परेशान हो गया है,पीड़ित परिवार का कहना है कि उनकी बेटी जो पिछले 12 जनवरी से गायब है गायब युवती की माँ का कहना है कि कुछ लोग उसके घर मे घुसकर उसकी बेटी को उठा ले गए जिसके बाद वह श्यामपुर पुलिस चौकी में तहरीर देने के लिए गई लेकिन उसकी तहरीर नहीं ली और कोतवाली भेज दिया कोतवाली में भी उसकी शिकायत नही ली युवती की माता ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस यह कहकर वापस भेज देती है कि तुम्हारी बेटी खुद किसी के साथ चली गई है जबकि उसका कहना है कि पुलिस मेरी बेटी को ढूंढ कर तो लाये बिना मेरी बेटी के मिले पुलिस कैसे यह कह सकती है?पीड़िता ने की उसकी सुनवाई नहीं हो रही है अब वह पुलिस अधीक्षक के पास जाकर गुहार लगाएगी।


Conclusion:वी/ओ--एक युवती के पिछले 4 दिनों से गायब होने का गंभीर मामला होने के बावजूद ऋषिकेश पुलिस के अधिकारी सीओ वीरेंद्र सिंह रावत ने अटपटा बयान दिया है ईटीवी भारत को फोन पर बयान देते हुए यह कहा की पुलिस कोई हनुमान नहीं जो किसी को इतनी जल्दी ढूंढ लाये,अब ऐसे में पुलिस की कार्यशैली की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है अब देखना यह होगा कि इस तरह के गैरजिम्मेदार पुलिस अधिकारी के खिलाफ उच्च अधिकारी क्या कार्यवाही करते है?

बाईट--गायब युवती का भाई
बाईट--गायब युवती की माता
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