देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (Uttarakhand Subordinate Service Selection Commission) की विभिन्न भर्ती परीक्षाओं में नकल कराने को लेकर मुख्य आरोपी हाकम सिंह को कोर्ट से जमानत मिल गई है. हाकम सिंह और संजीव चौहान को एडीजे कोर्ट से वीपीडीओ परीक्षा में नकल कराने मामले पर जमानत दी गई है. फिलहाल हाकम सिंह और संजीव चौहान को जेल में ही रहना पड़ेगा. क्योंकि दोनों पर 5 से 6 मामले अभी भी पेंडिंग हैं. 2016 में वीडीओ भर्ती मामले में हाकम और संजीव आरोपी हैं और एसटीएफ ने पूरे मामले में 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अभी तक तीन आरोपियों को मामले में जमानत मिल चुकी है.
उत्तराखंड में नकल माफिया के रूप में चर्चाओं में आए हाकम सिंह को आखिरकार कोर्ट से जमानत मिल गई है. स्नातक स्तरीय परीक्षा में धांधली करवाने के मामले में हाकम सिंह मुख्य आरोपी के रूप में गिरफ्त में लिया गया था. इसके बाद से ही हाकम सिंह सलाखों के पीछे हैं. हालांकि, अब एडीजे कोर्ट ने हाकम सिंह को जमानत दे दी है. जमानत मिलने के बावजूद भी हाकम सिंह सलाखों के पीछे ही रहेगा. इसकी वजह दूसरे मामलों में हाकम सिंह का मुख्य आरोपी होना है.
बता दें हाकम सिंह न केवल वीपीडीओ बल्कि दूसरे कुछ मामलों में भी आरोपी है. ऐसे में एक मामले में जमानत मिलने के बावजूद बाकी मामलों में आरोपी होने के कारण हाकम सिंह सलाखों से बाहर नहीं आ पाएगा. पिछले दिनों उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में स्नातक स्तरीय परीक्षाओं में धांधली को लेकर हाकम सिंह का नाम आया था. इसके बाद चर्चा में आए हाकम सिंह की गिरफ्तारी की गई थी. हालांकि इस मामले में इसके बाद कई गिरफ्तारियां की गई हैं, लेकिन मुख्य आरोपी के रूप में हाकम सिंह का नाम सामने आने के बाद सबकी नजरें हाकम सिंह पर ही थीं.