देहरादून: उत्तराखंड के पहाड़ी ही नहीं बल्कि मैदानी इलाकों में जंगली जानवरों की आमद से लोग परेशान हैं. राजधानी देहरादून, हरिद्वार, रामनगर, ऋषिकेश जैसे इलाकों में हाथी, भालू, गुलदार, बाघ आये दिन जंगलों को छोड़कर रिहायशी इलाकों की ओर रुख कर रहे हैं. जिससे लोग दहशत में हैं. बीते दिनों ही राजधानी देहरादून के पॉश इलाके में गुलदार ने एक बच्चे पर हमला कर उसे बुरी तरह घायल कर दिया. उससे पहले गुलदार आंगन में खेल रहे बच्चे को उठा कर ले गया था. राजधानी में लगातार बढ़ रही इस तरह की घटनाओं को देखते हुए वन विभाग ने भी गश्त बढ़ा दी है. विभाग के 40 कर्मचारी बन्दूकों से लैस होकर गश्त कर रहे हैं. 40 कैमरों से भी गुलदार पर नजर रखी जा रही है. इसके बावजूद गुलदार पकड़ में नहीं आ रहा है. अब इस मामले में सीएम धामी ने भी एक्शन के निर्देश दिये हैं.
बता दें बीती 27 दिसंबर को देहरादून में गुलदार ने एक चार साल के बच्चे को निवाला बनाया. तब बच्चा अपने आंगन में खेल रहा था. जहां से गुलदार उसे उठा ले गया. घटना के एक दिन बाद बच्चे का शव मिला. जिसके कारण क्षेत्र में दहशत का माहौल फैल गया. ठीक इसी घटना के लगभग 13 दिन बाद एक बार फिर से राजपुर क्षेत्र में गुलदार एक और बच्चे पर हमला किया. इस हमले में यह बच्चा बुरी तरह से घायल हो गया. गनीमत रही की उस वक्त बच्चे के दोस्त मौके पर मौजूद थे. उन्होंने गुलदार का हमला होने पर हल्ला मचाया. जिसके कारण गुलदार मौके से भाग गया. इन दोनों ही घटनाओं के बाद क्षेत्र में न दहशत है. वन विभाग के साथ ही पुलिस के माथे पर भी इस तरह की घटनाओं से चिंता की लकीरें खींच गई हैं. इन घटनाओं के बाद से ही लगातार गुलदार की तलाश की जा रही है.
दो घटनाओं को अंजाम देने के बाद गुलदार सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ. जिसमें गुलदार शहर की सड़कों पर चलकदमी करता दिखाई देता है. जिसके बाद पूरे क्षेत्र में शाम से ही कर्फ्यू जैसा माहौल होने लगा है. वन विभाग की टीम अब जगह जगह कैमरे लगाकर हमलावर गुलदार को पकड़ने का प्रयास कर रही है. पुलिस ने भी लोगों से शाम होते ही घरों से बेफिजूल बाहर न निकलने की अपील की है.
लगाये गये 40 कैमरे, कर्मचारी भी किये गये तैनात: राजधानी देहरादून के मयूर विहार में दिखे गुलदार की तस्वीरों के बाद मसूरी डीएफओ वैभव कुमार से बातचीत की गई. उन्होंने बताा पूरा वन महकमा इन घटनाओं से बेहद चिंतित है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी लगातार इन घटनाओं पर रिपोर्ट ले रहे हैं. उन्होंने बताया इन दो घटनाओं के बाद दो अलग-अलग टीम में बनाई गई हैं. जिनमें 12- 12 लोग शामिल हैं. इसके साथ ही अब पूरे क्षेत्र में लगभग 40 कैमरे गुलदार को ट्रेप करने के लिए लगाए गये हैं. इसके साथ ही छह अलग-अलग जगहों पर पिंजरे लगाये गये हैं.
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ट्रेंकुलाइज करने की मिली परमिशन: डीएफओ ने बताया दो डॉक्टर सुबह और दो डॉक्टर को शाम को तैनात किये गये हैं. शासन की तरफ से विशेष परिस्थितियों में गुलदार को ट्रेंकुलाइज करने के आदेश मिल गये हैं. इसके लिए बाकायदा एक्सपर्ट की तैनाती कर दी गई है. वन विभाग के साथ-साथ पुलिस की टीमें भी सुबह और शाम गश्त कर रही है. रायपुर और राजपुर थाना क्षेत्रों में गश्त की जा रही है. डीएफओ वैभव कुमार ने कहा पहली नजर में हमले का स्टाइल और क्षेत्र यही बताता है कि यह घटना एक ही गुलदार ने की है. लिहाजा गुलदार के मूवमेंट और इसके क्षेत्र को ट्रेक करने की कोशिश की जा रही है.
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उधमसिंह नगर में खेत में बच्चे को उठा ले गया गुलदार: ऐसा नहीं है कि गुलदार का आतंक सिर्फ राजधानी देहरादून में ही है. बीते रविवार को उधम सिंह नगर के नानकमत्ता क्षेत्र में खेत में खेल रही 4 साल की बच्ची को गुलदार ने हमला कर मार डाला था. इसके साथ ही खटीमा में भी इसी तरह से गुलदार ने दो व्यक्तियों पर हमला किया. जिसमें दोनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गये. इन तमाम घटनाओं के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वन अधिकारियों को और खासकर वन सचिव को निर्देशित किया है. जिसमें उन्होंने जल्द से जल्द इन घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने की बात कही है.