विकासनगर: शनिवार को कालसी विकासखंड के अंतर्गत 111 ग्राम पंचायतों के प्रधानों ने ब्लॉक कार्यालय का घेराव किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने ब्लॉक स्तर के अधिकारियों के सामने अपनी समस्याएं रखी. प्रधानों का आरोप है कि मनरेगा के तहत चयनित प्रस्तावों की फाइलों में कैंची चलाई जा रही है. साथ ही प्रधानों के अधिकारों को भी छीना जा रहा है.
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि विकासखंड स्तर पर ग्राम पंचायत मनरेगा के तहत कराए गए कार्यों को क्षेत्र पंचायत द्वारा देखा जा रहा है. जिसके लेकर प्रधानों में रोष व्याप्त है. ऐसे में उन्होंने ब्लॉक प्रमुख कार्यालय का घेराव किया. वहीं, इस मौके पर जेष्ठ प्रमुख भीम सिंह चौहान और कनिष्ठ प्रमुख रितेश असवाल ने प्रधानों की समस्याओं को सुना.
महिला प्रधान प्रमिला का कहना है कि संगठन के माध्यम से सूचना दी गई थी कि क्षेत्र पंचायत के माध्यम से मनरेगा के कार्य होने हैं. इसी को लेकर सभी प्रधानों में रोष है. इस संबंध में वह अधिकारियों से बातचीत करने पहुंचे हैं और समस्या का जल्द निराकरण चाहते हैं.
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प्रधान संगठन सचिव अनिल तोमर ने कहा कि मनरेगा का कार्य ग्राम पंचायत द्वारा किया जाता है. कोविड-19 संक्रमण के चलते प्रवासी गांव लौट रहे हैं. ऐसे में उनका भी जॉब कार्ड बनाया जाए और सभी को मनरेगा से जोड़कर रोजगार दिया जाए. लेकिन कुछ लोगों द्वारा मनरेगा में हस्तक्षेप किया जा रहा है.
वहीं, विकासखंड कालसी के जेष्ठ प्रमुख भीम सिंह चौहान का कहना है कि कालसी विकासखंड के 111 पंचायतों के प्रधान अपनी समस्या को लेकर विकास खंड कार्यालय पहुंचे और प्रधानों की समस्याएं भी जायज हैं. कुछ भ्रामक प्रचार किया गया था कि ब्लॉक प्रमुख स्तर से मनरेगा योजना के तहत प्रधानों के अधिकारों में कटौती हो रही है. इस भ्रम को दूर करने के लिए सोमवार को प्रधानों के साथ एक बैठक की जाएगी.