देहरादून: प्रदेश की बेटियों को आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में राज्य सरकार की ओर से सराहनीय पहल की जा रही है. जिसकी सराहना उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने भी है. दरअसल, राज्य विभाग की ओर से एक विशेष प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है, जिसके तहत प्रदेश में अब बेटियों को भी बेटों कि भांति पिता की संपत्ति पर बराबर का हक मिल सकेगा.
प्रस्ताव की सराहना करते हुए राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि जब हम बेटियों को बेटों के बराबर अधिकार देने की बात करते हैं तो बेटियों को पिता की संपत्ति पर भी बेटों के बराबर हक दिया जाना चाहिए. यह एक सराहनीय पहल है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार फिलहाल राजस्व विभाग की ओर से यह प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है. जिसे अगली कैबिनेट बैठक में पेश किया जाएगा.
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वहीं, दूसरी तरफ राजस्व विभाग की ओर से अब अविवाहित बेटी का नाम भी पिता की संपत्ति के रिकॉर्ड में दर्ज करने की तैयारी की जा रही है. जिससे आने वाले समय में अविवाहित बेटियों को बैंक से ऋण मिलने में आसानी होगी. साथ ही महिलाओं को सरकारी योजनाओं का लाभ भी मिल सकेगा.
गौरतलब है कि वर्तमान व्यवस्था के तहत किसी व्यक्ति का निधन होने पर उसकी संपत्ति उसकी पत्नी और बेटों के नाम दर्ज होती है. ऐसे में यदि घर में कोई अविवाहित बेटी है तो उसे पिता की संपत्ति में किसी तरह का कोई हक नहीं मिल पाता है, लेकिन यदि यह प्रस्ताव प्रदेश में लागू हो जाता है तो इससे प्रदेश की बेटियों को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने में खासी मदद मिलेगी.