डोइवाला: कुछ समय से किसान जंगली जानवरों के बाद अब आवारा पशुओं से खासे परेशान हैं. यह आवारा पशु किसानों की खड़ी फसलों को बर्बाद कर रहें हैं. कई बार मुख्यमंत्री से गुहार लगाने के बाद अब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किसानों को भरोसा दिलाया है कि जल्दी ही वे स्वतंत्र रूप से विचरण कर रहे पशुओं के लिए व्यवस्था करेंगे.
डोइवाला के किसानों ने बताया कि वे रात को जंगली जानवरों से अपनी फसलों की रक्षा कर रहे हैं.आवारा पशुओं का झुंड उनके खेतों में घुसकर फसलों को नष्ट कर रहा है. जिससे किसान काफी परेशान हैं. दिन-ब-दिन इन आवारा पशुओं की संख्या बढ़ती ही जा रही है. आवारा पशुओं की रोकथाम ना होने पर उन्हें अपनी कड़ी मेहनत से तैयार फसलों को बचाना मुश्किल हो रहा है .
किसान रणजोध सिंह ने बताया कि आवारा पशुओं की समस्या को लेकर वे कई बार विभागीय अधिकारी और मुख्यमंत्री से भी गुहार लगा चुके हैं. अभी तक आवारा पशुओं को रोकने के लिए कोई भी उपाय नहीं किए गए हैं, ना ही उनके लिए कोई व्यवस्था की गई है. सैकड़ों किसान रात दिन खेतों की रखवाली करने को मजबूर हैं. जिसके चलते वे दूसरे काम के लिए समय नहीं निकाल पा रहे हैं. किसान रणजोध सिंह का कहना है कि जल्द ही इन पर कोई रोक नहीं लगी तो यह आवारा पशु किसानों की फसलों को नष्ट कर देंगे. जिससे किसानों के आगे आर्थिक संकट पैदा हो जाएगा.
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उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के सामने आवारा पशुओं की समस्या रखी गई तो सीएम ने कहा कि यह बेहद गंभीर विषय है. जिन पशुओं से किसानों ने खेतों में काम लिया और गायों का दूध पिया उन्हीं पशुओं को किसान छोड़ रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि इन पशुओं को 'आवारा' किसानों ने ही खुद बनाया है. वे इन पशुओं को आवारा नहीं मानते. यह किसानों द्वारा छोड़े हुए जानवर हैं जो स्वतंत्र रूप से घूम रहे हैं. सीएम ने भरोसा दिलाया कि जल्द ही सरकार इन स्वतंत्र रूप से विचरण कर रहे पशुओं के लिए व्यवस्था करने जा रही है.