देहरादून: उत्तराखंड में बर्ड फ्लू दस्तक दे चुका है. राज्य के कुछ सैंपल बर्ड फ्लू की रिपोर्ट के लिहाज से पॉजिटिव पाए गए हैं. इसके बावजूद भी उत्तराखंड पशुपालन विभाग और शासन की चिंताएं थोड़ा कम हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि पाए गए वायरस को कम घातक बताया जा रहा है, मगर फिर भी सरकार और विभाग इस घातक वायरस को प्रभाव को रोकने की जद्दोजहद में जुट गये हैं.
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बर्ड फ्लू को लेकर देशभर में विभिन्न राज्यों की सरकारें अलर्ट मोड पर हैं. खासतौर पर उत्तर भारत में बर्ड फ्लू की कई राज्यों में पुष्टि होने के बाद तमाम सरकारों ने अपने स्तर पर इस को लेकर जरूरी कदम उठाए हैं. बर्ड फ्लू के भारी खतरे को लेकर उत्तराखंड भी रेड जोन में है.
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ऐसा इसलिए क्योंकि एक तरफ उत्तराखंड से भेजे गए कुछ सैंपल बर्ड फ्लू को लेकर पॉजिटिव पाए गए हैं, तो दूसरी तरफ उत्तराखंड के पड़ोसी राज्यों में भी बर्ड फ्लू अपने पांव पसार रहा है. आपको बता दें कि उत्तराखंड द्वारा भेजे गए सैंपल में जो वायरस मिला है वह H5N8 वायरस है, जो कि वैज्ञानिकों के लिहाज से कम घातक माना जाता है.
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बावजूद इसके उत्तराखंड सरकार की चिंता इसलिए खत्म नहीं हुई है क्योंकि राज्य के पड़ोस के प्रदेशों में भी बर्ड फ्लू दस्तक दे चुका है. हरियाणा में तो घातक वायरस H5N1 वायरस वाले बर्ड फ्लू की भी पुष्टि हो गई है. चिंता इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि हिमाचल और हरियाणा से उत्तराखंड अंडों और मुर्गों का आयात करता है, ऐसी स्थिति में घातक बर्ड फ्लू के उत्तराखंड पहुंचने की भी बेहद ज्यादा संभावना है, हालांकि इन सभी बातों को समझते हुए उत्तराखंड सरकार ने हिमाचल और हरियाणा से मुर्गों और अंडों के आयात पर रोक लगाने का फैसला ले लिया है.