मसूरी: गोरखा जनमुक्ति मोर्चा की बैठक (Gorkha Janmukti Morcha meeting) का एक होटल के सभागार में आयोजन किया गया. मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन (Mussoorie Traders And Welfare Association) के अध्यक्ष रजत अग्रवाल, महामंत्री जगजीत कुकरेजा और कोषाध्यक्ष नागेंद्र उनियाल ने गोरखा जनमुक्ति मोर्चा राष्ट्रीय अध्यक्ष बिमल गुरुंग और अन्य पदाधिकारियों का स्वागत किया गया. इस दौरान बिमल गुरुंग ने अलग गोरखालैंड बनाने की मांग को लेकर रणनीति बनाई.
बैठक में बिमल गुरुंग ने 11 और 12 दिसंबर को नई दिल्ली में होने वाले राष्ट्रीय संगोष्ठी में अधिक से अधिक गोरखा और नेपाली समुदाय के लोगों को आने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि दिल्ली में होने वाली राष्ट्रीय संगोष्ठी में अलग गोरखालैंड राज्य की स्थापना के लिए रणनीति तय की जाएगी.
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बिमल गुरुंग ने कहा कि गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर नई दिल्ली में एक कमेटी का गठन किया जाएगा, जो आगे की रणनीति तय करेगी. यह कमेटी अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर कार्य करेगी. भारत के संविधान अनुसार ही गोरखा राज्य स्थापित किया जाएगा. दिल्ली में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होनी है, जिसमें देशभर के गोरखा और नेपाली समाज के लोग जुटेंगे.
उन्होंने कहा कि अलग गोरखालैंड की मांग को लेकर आवाज को बुलंद किया जाना है. जिसको लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है. पूर्व में भी उन्होंने अलग गोरखालैंड को लेकर कई बार सरकार से पत्राचार किया है. वहीं, बंगाल में भाजपा का सहयोग कर पहली बार बंगाल से भाजपा का सांसद चुन कर दिया है.
गुरुंग ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गोरखालैंड की मांग को लेकर सकारात्मक रुख अपनाएंगे और जल्द गोरखालैंड की घोषणा करेंगे. अलग गोरखालैंड बनाया जाने को लेकर बंगाल का करीब 600 किलोमीटर का हिस्सा की मांग की गई है. जिसमें बंगाल के कई जिले आते हैं.