देहरादून: थाना रायपुर क्षेत्र में एक बाप-बेटे ने एक व्यक्ति को उर्दू समाचार पत्र में साझेदारी करने का लालच देकर लाखों रुपये हड़प लिए. इतना ही नहीं रुपये हड़पने के बाद आरोपी पीड़ित को जेल भेजने की धमकी भी दे रहे हैं. पीड़ित की तहरीर के आधार पुलिस ने बाप-बेटे के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है. मामले की जांच की जा रही है.
अधोईवाला के रहने वाले अनीस अहमद ने शिकायत दर्ज कराई कि 2013 में संपत्ति को लेकर पीड़ित की जुनैद हसन से जान पहचान हुई. जुनैद हसन खुद को पत्रकार बताता था. उसके बाद पीड़ित का जुनैद हसन से मिलना जुलना बढ़ता गया. जुनैद हसन ने पीड़ित को एक उर्दू अखबार में साझेदारी करने के लिए कहा. जिसमें साझेदारी करने के बाद काफी लाभ होने का भी लालच दिया गया. जिस पर पीड़ित जुनैद हसन की बातों में आ गया. साल 2013 से वह उसे लगातार रुपए देने लगा.
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पीड़ित ने 2013 में जुनैद हसन को समाचार पत्र शुरू करने के लिए दो लाख रुपए दिए. 2 साल बाद जब पीड़ित ने समाचार पत्र से होने वाली कमाई के बारे में जुनैद हसन से पूछा तो जुनैद ने कहा कि अभी अखबार पर और खर्चा लगेगा. जिसके चलते पीड़ित ने 2015 में दोबारा से जुनैद हसन को एक लाख रुपए दे दिए. रुपए देने की कुछ महीने बाद जुनैद हसन ने पीड़ित को कहा कि समाचार पत्र के लिए साढ़े आठ लाख के सरकारी विज्ञापन मिले हैं. अगर वह चार लाख देगा तो उसके बिल पास हो जाएंगे. जिसके बाद उसने जुनैद हसन को तीन लाख रुपय दे दिए.
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कुछ दिन बाद पीड़ित ने जब विज्ञापन के बारे में पूछा तो जुनैद हसन ने कहा कि उसने सारे पैसे अधिकारियों को दे दिए हैं. साथ ही बताया कि अब जिन तारीख में विज्ञापन लगे हैं उसका अखबार प्रिंट कराना है. जिसके लिए और पैसों की जरूरत है. इसके एवज में पीड़ित ने जुनैद हसन को दो लाख 75 हज़ार रुपए और दिए. पीड़ित ने 2013 से जुनैद हसन और उसके बेटे हाजिक को 19 लाख 75 हजार रुपए दिए. पीड़ित द्वारा जब अपने रुपयों की मांग की गई तो बाप-बेटे ने पीड़ित को जेल भेजने की और जान से मारने की धमकी देने लगे. जिसके बाद पीड़ित ने दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है.