देहरादून: एसबीआई बैंक से लाखों रुपए की धोखाधड़ी में शामिल एक साल से फरार शातिर आरोपी नवीन गर्ग को थाना बसंत विहार पुलिस ने कोलागढ़ कैंट देहरादून से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश कर जिला कारागार भेज दिया है. धोखाधड़ी के मामले में पुलिस पहले ही तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.
बता दें कि साल 2012 में स्टेट बैंक ऑफ पटियाला (वर्तमान मे भारतीय स्टेट बैंक) शाखा जीएमएस रोड देहरादून से ऋण लेने के लिए फर्जी दस्तावेज बैंक में जमा कर लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने के अलग-अलग मामलों में 6 मुकदमे नवम्बर 2019 में थाना बसंत विहार में दर्ज हुए. पुलिस ने सभी मुकदमों की जांच की. जिसके बाद पता चला कि शुभ प्रीमियर, धर्मपुर, देहरादून से फर्जी कोटेशन तैयार कर केवाईसी फॉर्म के साथ अन्य फर्जी दस्तावेज बैंक में जमा कर एक कार पर लोन लेने के लिए 40 लाख रुपए के करीब की धनराशि को हड़पी गई. पुलिस द्वारा मुकदमे में 3 आरोपी कृपाल सिंह, प्रदीप सकलानी और दीपक सिंघल को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया.
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धोखाधड़ी और आपराधिक षडयंत्र के इस मामले मे शामिल आरोपी नवीन गर्ग के भाई दीपक सिंघल द्वारा बैंक से पांच लाख 50 हजार रुपए का लोन लिया था.आरोपी दीपक सिंघल द्वारा बैंक में अपने भाई नवीन गर्ग को गारंटर नियुक्त कर लोन लेकर कार नहीं खरीदी गई थी,बल्कि आरोपी कृपाल सिंह, प्रदीप सकलानी और दीपक सिंघल के साथ मिलकर फर्जी और फर्जी दस्तावेज बैंक मे जमा कर लाखों रुपए की धोखाधड़ी कर बैंक की लोन राशि को हड़पी गई थी. आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास हो रहे थे.
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थाना बंसत विहार प्रभारी देवेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए गठित पुलिस टीम ने सर्विलांस की मदद से लगभग एक वर्ष से फरार चल रहे आरोपी नवीन गर्ग को कोलागढ़ कैंट देहरादून से गिरफ्तार किया.