देहरादून : प्रदेश में साइबर ठगी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. ऐसे में अब लोगों को खासतौर पर साइबर ठगी से बचने के लिए सावधानियां बरतने की जरूरत है, क्योंकि एक छोटी सी लापरवाही आपकी जमा पूंजी को चूना लगा सकती है. शातिर ठग लोगों को अपने झांसे में लेकर ठगी को अंजाम दे रहे हैं. इसी क्रम में राजधानी देहरादून से ठगी के 4 मामले सामने आए हैं. जिसमें शातिर ठगों ने अलग-अलग तरीके से लोगों को अपना शिकार बनाया है.
कस्टमर केअर बन महिला से ₹20 हजार की हुई ठगी
नैनीताल निवासी एक महिला ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. शिकायत में बताई कि बीते दिनों फेसबुक ऑनलाइन शॉपिंग एप से कपड़े ऑर्डर किए. जिसके कुछ दिन बाद ही सामान की डिलीवरी हो गई, लेकिन समान वह नहीं था जो आर्डर किया गया था. जिसके बाद उसे वापस करने के लिए कस्टमर केयर नंबर पर संपर्क किया.
कस्टमर केयर कर्मचारियों ने सामान वापस लेने और फिर पैसे वापिस खाते में भेजने के लिए महिला से एटीएम कार्ड संबंधित जानकारी मांगी गई और फिर खाते से 20 हज़ार रुपये निकाल लिए गए. महिला द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद साइबर क्राइम पुलिस की जांच में पता चला कि मोबाइल फोन के माध्यम से पैसा ट्रांसफर किया गया है. जिसे देखते हुए पुलिस ने जिस खाते में पैसे ट्रांसफर हुआ उस खाते को फ्रीज करा दिया है.
बैंक कर्मचारी बन व्यक्ति से की गई ठगी
साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में देहरादून के पटेलनगर निवासी व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराया कि एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा खुद को रत्नाकर बैंक लिमिटेड का कर्मचारी बताकर क्रेडिट कार्ड संबंधी गोपनीय जानकारी मांगी.जिसके बाद ही उस व्यक्ति के खाते से 41 हज़ार रुपये निकाल लिए गए. शिकायत दर्ज कराने के बाद साइबर क्राइम पुलिस ने जिस खाते में पैसे ट्रांसफर किए गए हैं उस खाते को फ्रीज करा दिया है. अब पैसे रिफंड के लिए पुलिस द्वारा आगे की कार्रवाई की जा रही है.
फ़ोन पे पर लिंक भेजकर ठगी
राजधानी देहरादून से एक बड़ा अजीब मामला सामने आया. जिसमें एक युवक ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. शिकायत में उसने बताया कि बीते दिनों उसके पिता ने उनके खाते में फीस जमा करने और जेब खर्च के लिए पैसे भेजे थे. जिसके बाद एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन कर खुद को उसका परिचित बताते हुए कहा कि उसे कैश की जरूरत है, लिहाजा वह युवक के खाते में पैसे भेज देगा और वह उसे नकद पैसे दे दे.
यही नहीं, उस व्यक्ति ने फ़ोन पर के माध्यम से युवक को 10 रुपये भेजे और फिर एक लिंक भेजकर लिंक पर क्लिक करने की बात कही. युवक के लिंक पर क्लिक किए जाने के बाद ही युवक के खाते से 30 हज़ार रुपये निकलने का मैसेज आ गया. शिकायत दर्ज कराने के बाद साइबर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए ठग के पेटीएम व एटरटेल खाते को फ्रीज कर दिया है.
क्रेडिट कार्ड के माध्यम से ठगी
देहरादून के विकास नगर निवासी एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई कि उसने बैंक ऑफ़ बड़ोदा शाखा से क्रेडिट कार्ड लिया है. जिसका प्रयोग कर रहा था. लेकिन आज जब वह अपने क्रेडिट कार्ड की डिटेल बैंक खाते से ली तो उसमें उसके क्रेडिट कार्ड से 48,219 का भुगतान किया जाना दिखा रहा है.
जबकि, उस व्यक्ति ने ऐसा कोई भुगतान नहीं किया है. शिकायत दर्ज करने के बाद साइबर पुलिस ने क्रेडिट कार्ड जांच की तो पता चला कि मोबाइल फोन के माध्यम से नेट बैंकिंग का प्रयोग कर पैसे ट्रांसफर किए गए हैं. लिहाजा साइबर पुलिस, ठग खाते को फ्रीज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
साइबर ठगी के बचने के सुरक्षा टिप्स
दिन प्रति दिन बढ़ रहे साइबर ठगी से बचने को लेकर लोगों सावधानियां बरतने की जरूरत है. जिसमें अंजान व्यक्ति द्वारा भेजे गए किसी भी पेमेन्ट गेटवे, वॉलेट, मोबाइल एप्लीकेशन पर धनराशि प्राप्त करने के लिए कभी भी न तो QR कोड स्कैन करें, और न ही UPI पिन डालें. गूगल या अन्य किसी सर्च इंजन पर किसी कंपनी या बैंक का कस्टमर केयर नम्बर न ढूंढें. बल्कि कस्टमर केयर का नम्बर सम्बन्धित कम्पनी या बैंक की अधिकारिक वेबसाइट से ही निकाले, साथ ही ऑनलाइन प्लेटफार्म पर खरीदारी या सामान बेचते वक्त दूसरी पार्टी पर तत्काल विश्वास ना करें. सामान को सामने से देखने और विक्रेता या क्रेता से व्यक्तिगत रूप में मिलकर ही भुगतान करें.
उत्तराखंड पुलिस हेल्पलाइन
ऐसे तमाम बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तराखंड साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने किसी भी साइबर संबंधी शिकायत या सुझाव के लिए 0135-2655900 नंबर जारी किया है. जिस पर अपना शिकायत या फिर सुझाव दे सकते हैं. इसके साथ ही ccps.deh@uttarakhandpolice.uk.gov.in पर ईमेल भी कर सकते हैं. यही नहीं, फेसबुक में माध्यम से भी https://www.facebook.com/cyberthanauttarakhand/ संपर्क कर सकते हैं.