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पूर्व PAK सांसद बेच रहे मूंगफली, CAB पास होते ही जलाए पाकिस्तानी कागज - CAB

पाकिस्‍तान के एक पूर्व सांसद 19 साल पहले हरियाणा के फतेहाबाद में रहने आए और सालों से यहां वो मूंगफली और कुल्‍फी बेचकर अपना गुजारा कर रहे हैं. नागरिकता संशोधन विधेयक पास होने से वो इतने खुश हैं कि उन्होंने पाकिस्तान के सारे दस्तावेज जला दिए और मिठाइयां बांटी.

ना‍गरिकता संशोधन विधेयक पर पाक के पूर्व सांसद  , former pakistan mp on cab
कभी पाकिस्तान में सांसद थे अब फतेहाबाद में बेच रहे मूंगफली .
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Published : Dec 13, 2019, 9:00 AM IST

Updated : Dec 13, 2019, 9:57 AM IST

फतेहाबाद: पाकिस्तान से भारत आए हिंदू परिवारों को अब भारतीय नागरिकता मिलने का रास्ता साफ हो गया है. इसी को लेकर हरियाणा फतेहाबाद के रतिया इलाके में बसे पाकिस्तानी नागरिकों ने आज मिठाई बांटकर सरकार का धन्यवाद किया. खुद को पाकिस्तान का सांसद बताने वाले डिवाया राम ने मिठाई बांटी और पाकिस्तान में उन पर हुए जुल्मों की दास्तां बताई.

नागरिकता संशोधन विधेयक पारित होने के बाद कैसे शरणार्थियों ने कैसे जताई खुशी, जानें

बेनजीर भुट्टो के राज में रिजर्व सीट पर सांसद बने थे डिवाया राम
डिवाया राम ने बताया कि बेनजीर भुट्टो के राज में उन्हें रिजर्व सीट में सांसद बनाया गया था. वह 90 दिनों तक सांसद रहे, लेकिन उनके मुसलमान न होने की वजह से उन्हें प्रताड़ित किया जाने लगा. उनके परिवार की बेटी को उठा लिया गया और उन पर मुसलमान धर्म अपनाने का दबाव बनाया जाने लगा. जिसके बाद मजबूर होकर उन्होंने सांसद पद छोड़ दिया.

ना‍गरिकता संशोधन विधेयक पर पाक के पूर्व सांसद  , former pakistan mp on cab
CAB पास होने पर लोगों ने जलाए पाकिस्तानी कागज

पाकिस्तान छोड़ 19 सालों से भारत में रह रहे हैं डिवाया राम
डिवाया राम ने बताया कि उनका मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी गया, लेकिन जज ने उन्हें मुसलमान धर्म अपनाने की सलाह दी, जिसके बाद उन्होंने पाकिस्तान छोड़ दिया और 19 सालों से भारत में रह रहे हैं.

ये भी पढ़ें- पाक मूल के परिवारों ने CAB को बताया नई पहचान, कहा- मोदी सरकार का फैसला ऐतिहासिक

'पाकिस्तानियों से परेशान होकर भारत में बसने का किया फैसला'

डिवाया राम ने बताया कि वो अपने परिवार के साथ जनवरी 2000 में एक महीने के वीजा पर भारत आए थे. शुरुआत में रोहतक जिले के कलानौर व रोहतक शहर में रहे. वीजा समाप्त हुआ तो उन्होंने तत्कालीन रोहतक के डीसी से समक्ष पेश होकर अर्जी दी कि वह और उनका परिवार किसी भी सूरत में पाकिस्तान नहीं जाना चाहता. उस दौरान बजरंग दल व अन्य हिंदू संगठनों ने उनकी मदद की. उपायुक्त ने भी उन्हें वहां रहने की छूट दे दी.

इसके बाद वे साल 2006 में रोहतक से फतेहाबाद के रतिया कस्बे के निकट गांव रतनगढ़ में आकर रहने लगे. पिछले 13 सालों से वहीं रह रहे हैं. उन्होंने बताया कि वो यहां सर्दियों में मूंगफली तो गर्मियों में कुल्फी बेचकर अपने परिवार का गुजर-बसर कर रहे हैं.

नागरिकता संशोधन विधेयक पारित होने के बाद खुशी की लहर
संसद के दोनों सदनों में ना‍गरिकता संशोधन विधेयक (CAB) पारित होने से डिवाया राम बेहद खुश हैं और जश्न मना रहे हैं. इससे उनको खुद और परिवार को भारत की नागरिकता की उम्‍मीद है. आज उन्होंने अपने साथियों के साथ पाकिस्तानी दस्तावेजों को जला दिया है. उन्होंने कहा कि आज उनका नया जन्म हुआ है.

फतेहाबाद: पाकिस्तान से भारत आए हिंदू परिवारों को अब भारतीय नागरिकता मिलने का रास्ता साफ हो गया है. इसी को लेकर हरियाणा फतेहाबाद के रतिया इलाके में बसे पाकिस्तानी नागरिकों ने आज मिठाई बांटकर सरकार का धन्यवाद किया. खुद को पाकिस्तान का सांसद बताने वाले डिवाया राम ने मिठाई बांटी और पाकिस्तान में उन पर हुए जुल्मों की दास्तां बताई.

नागरिकता संशोधन विधेयक पारित होने के बाद कैसे शरणार्थियों ने कैसे जताई खुशी, जानें

बेनजीर भुट्टो के राज में रिजर्व सीट पर सांसद बने थे डिवाया राम
डिवाया राम ने बताया कि बेनजीर भुट्टो के राज में उन्हें रिजर्व सीट में सांसद बनाया गया था. वह 90 दिनों तक सांसद रहे, लेकिन उनके मुसलमान न होने की वजह से उन्हें प्रताड़ित किया जाने लगा. उनके परिवार की बेटी को उठा लिया गया और उन पर मुसलमान धर्म अपनाने का दबाव बनाया जाने लगा. जिसके बाद मजबूर होकर उन्होंने सांसद पद छोड़ दिया.

ना‍गरिकता संशोधन विधेयक पर पाक के पूर्व सांसद  , former pakistan mp on cab
CAB पास होने पर लोगों ने जलाए पाकिस्तानी कागज

पाकिस्तान छोड़ 19 सालों से भारत में रह रहे हैं डिवाया राम
डिवाया राम ने बताया कि उनका मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी गया, लेकिन जज ने उन्हें मुसलमान धर्म अपनाने की सलाह दी, जिसके बाद उन्होंने पाकिस्तान छोड़ दिया और 19 सालों से भारत में रह रहे हैं.

ये भी पढ़ें- पाक मूल के परिवारों ने CAB को बताया नई पहचान, कहा- मोदी सरकार का फैसला ऐतिहासिक

'पाकिस्तानियों से परेशान होकर भारत में बसने का किया फैसला'

डिवाया राम ने बताया कि वो अपने परिवार के साथ जनवरी 2000 में एक महीने के वीजा पर भारत आए थे. शुरुआत में रोहतक जिले के कलानौर व रोहतक शहर में रहे. वीजा समाप्त हुआ तो उन्होंने तत्कालीन रोहतक के डीसी से समक्ष पेश होकर अर्जी दी कि वह और उनका परिवार किसी भी सूरत में पाकिस्तान नहीं जाना चाहता. उस दौरान बजरंग दल व अन्य हिंदू संगठनों ने उनकी मदद की. उपायुक्त ने भी उन्हें वहां रहने की छूट दे दी.

इसके बाद वे साल 2006 में रोहतक से फतेहाबाद के रतिया कस्बे के निकट गांव रतनगढ़ में आकर रहने लगे. पिछले 13 सालों से वहीं रह रहे हैं. उन्होंने बताया कि वो यहां सर्दियों में मूंगफली तो गर्मियों में कुल्फी बेचकर अपने परिवार का गुजर-बसर कर रहे हैं.

नागरिकता संशोधन विधेयक पारित होने के बाद खुशी की लहर
संसद के दोनों सदनों में ना‍गरिकता संशोधन विधेयक (CAB) पारित होने से डिवाया राम बेहद खुश हैं और जश्न मना रहे हैं. इससे उनको खुद और परिवार को भारत की नागरिकता की उम्‍मीद है. आज उन्होंने अपने साथियों के साथ पाकिस्तानी दस्तावेजों को जला दिया है. उन्होंने कहा कि आज उनका नया जन्म हुआ है.

Intro:फतेहाबाद में पाकिस्तान से आए नागरिकों ने जलाए अपने पुराने पाकिस्तानी दस्तावेज, नागरिक संशोधन बिल को लेकर जताई खुशी, बांटी मिठाई, फतेहाबाद निवासी दिवाया राम ने पाकिस्तानी सांसद होने का किया दावा, सुनाई दर्द भरी आपबीती, दीवाया राम का कहना 90 दिन तक रहा पाकिस्तान में सांसद, मुस्लिम होने का बनाया गया दबाव, परिवार की बेटी को किया गया अगवा, तो छोड़ दिया सांसद का पद, 19 वर्षों से भारत में रह रहे हैं डिवाया राम और उसका परिवार, पाकिस्तान से आए पप्पू राम ने भी दिखाए जिस्म पर लगे पाकिस्तानी चाकुओं के जख्म, नागरिक संशोधन बिल पास होने को लेकर जताया सरकार का आभार।Body:पाकिस्तान से भारत आए हिंदू परिवारों को अब भारतीय नागरिकता मिलने का रास्ता साफ हो गया है इसी को लेकर फतेहाबाद के रतिया इलाके में बसे पाकिस्तानी नागरिकों ने आज मिठाई बांटकर सरकार का धन्यवाद किया। खुद को पाकिस्तान का सांसद बताने वाले डिवाया राम ने मिठाई बांटी और पाकिस्तान में उन पर हुए जुल्मों की दास्तां बताई। मीडिया से बातचीत करते हुए डिवाया राम ने बताया कि बेनजीर भुट्टो के राज में उन्हें रिजर्व सीट में सांसद बनाया गया था। वह 90 दिनों तक सांसद रहे, लेकिन उनके मुसलमान ना होने की वजह से उन्हें प्रताड़ित किया जाने लगा। उनके परिवार की बेटी को उठा लिया गया और उन पर मुसलमान धर्म अपनाने का दबाव बनाया जाने लगा। जिसके बाद मजबूर होकर उन्होंने सांसद पद छोड़ दिया। डिवाया राम ने बताया कि उनका मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी गया, लेकिन जज ने उन्हें मुसलमान धर्म अपनाने की सलाह दी। जिसके बाद उन्होने पाकिस्तान छोड़ दिया और 19 वर्षों से भारत में रह रहे हैं। उन्हें याद है कि मुसलमान ना होने पर किस कदर उन्हें प्रताड़ित किया जाता था। आज उन्होंने अपने साथियों के साथ पाकिस्तानी दस्तावेजों को जला दिया है। कांच उनका नया जन्म हुआ है और वह भारत के नागरिक बन रहे हैं। मिठाई बांटकर आज उन्होंने खुशी मनाई। डिवाया राम ने कहा कि पाकिस्तान में उनकी 25 एकड़ जमीन थी, जिसे वह छोड़ कर आए।
वाईस- 2
वहीं वर्ष 2006 में पाकिस्तान से भारत आए हिंदू परिवार के पप्पू राम ने भी डिवाया राम के साथ ही मिठाई बांटकर खुशी मनाई। पप्पू ने बताया कि पाकिस्तान में उन्हें अछूत समझा जाता था। मुसलमान उनके बाद तक नहीं काटते थे और बाजार में उन्हें सामान खरीदने के लिए भी दुत्कार सहनी पड़ती थी। पप्पू राम ने अपने गले पर लगे चाकू के जख्म दिखाते हुए बताया कि मुसलमान ना होने के चलते उन पर कई बार हमले भी किए गए, जिसके निशान अभी भी उनके जिस्म पर लगे हुए हैं। उन्होंने सरकार का धन्यवाद किया और कहा कि अब वह भारत के नागरिक हैं, उन्हें इस बात की खुशी है।
पाकिस्तान से भारत आए लोगों ने अपनी जो आप बीती सुनाई है उसे सुनकर दिल सिहर जाता है।Conclusion:
Last Updated : Dec 13, 2019, 9:57 AM IST
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