देहरादून: साल 2024 में लोकसभा चुनाव को लेकर उत्तराखंड समेत देश के तमाम राज्यों के राजनीतिक दल अपनी तैयारी में जुट गए हैं. उत्तराखंड में भी बीजेपी ने अभी से ही किलेबंदी शुरू कर दी है. वहीं, इस बार कयास लगाए जा रहे हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत 2024 लोकसभा चुनाव में पौड़ी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. हालांकि, त्रिवेंद्र सिंह का कहना है कि ये फैसले समय पर ही होंगे.
दून वैली महानगर उद्योग व्यापार मंडल युवा इकाई द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत पहुंचे थे. इस दौरान त्रिवेंद्र सिंह रावत से जब ये सवाल किया गया कि क्या वो लोकसभा चुनाव में अपनी दावेदारी देखते हैं, तो उन्होंने जवाब दिया कि समय पर ही सभी फैसले होंगे. तभी पता चलेगा कि पार्टी लोकसभा चुनाव को लेकर क्या विचार करती है. ये निर्णय पार्टी हाईकमान की ओर से लिया जाना है, पार्टी जो भी निर्णय लेगी, उसका वो पालन करेंगे, लेकिन इतना जरूर है कि प्रचंड बहुमत के साथ जीत भाजपा की ही होगी.
गौर हो कि, चुनाव में साल भर से भी कम समय को देखते हुए बीजेपी जमीनी स्तर पर अपने कार्य में जुट गई है. राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ही प्रदेश के तमाम क्षेत्रों में रात्रि विश्राम करने के साथ ही करोड़ों योजनाओं की सौगात दे रहे हैं और बीजेपी सरकार की उपलब्धि बता रहे हैं. वहीं गढ़वाल लोकसभा सीट पर भी बीजेपी का खास फोकस दिख रहा है.
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गढ़वाल लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले सभी विधानसभा क्षेत्रों के कार्यों की समीक्षा खुद सीएम धामी कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट शब्दों में कहा है कि विकास कार्यों में किसी प्रकार की देरी नहीं की जाए और अधिकारी एक-दूसरे पर काम का ठीकरा न फोड़ें, बल्कि उनके कार्य धरातल पर दिखने चाहिएं.
बता दें कि गढ़वाल लोकसभा सीट के अंतर्गत कुल 14 विधानसभा सीटें आती हैं, जिसमें से 13 विधानसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है. वहीं इस बार बीजेपी की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत समेत तमाम नेता यहां से तैयारी कर रहे हैं जबकि माना जा रहा है कि कांग्रेस गढ़वाल लोकसभा सीट पर मनीष खंडूड़ी को चुनावी मैदान में उतार सकती है.