देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मंगलवार को अपने आवास पर एक आम पार्टी का आयोजन किया था. पार्टी में कोरोना संक्रमण को देखते हुए हरदा के मेहमानों की संख्या बीते साल की तुलना में काफी सीमित रही. सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, पूर्व मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल, विधायक मनोज रावत और महिला कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अनुपमा रावत आदि मौजूद रहे.
इस आम पार्टी में सभी मेहमानों को आम, लीची, आड़ू, भुट्टा, ककड़ी आदि फलों का स्वाद चखने को मिला. इस दौरान हरीश रावत ने वेबिनार के जरिए लोगों से किसानों की मेहनत से पैदा किए गए उत्पादों को व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार करने और विपणन में सहभागी बनाने का सुझाव दिया. उन्होंने कहा कि आम पार्टी का मुख्य उद्देश्य आम और ककड़ी के उत्पादन के अलावा अन्य फलों को बढ़ावा देना है. कोरोना काल में फलों की मांग काफी घटी है. ऐसे में सब की कोशिश यही होनी चाहिए कि फलों की मांग बढ़े, ताकि किसानों का हौसला बना रहे.
हरीश रावत ने कहा कि बड़े किसानों ने अपने बगीचे ठेके पर दिए हैं. जिसका नुकसान ठेकेदार उठा रहे हैं. लेकिन छोटे किसानों की दशा खराब हो गई है. सभी की कोशिश होनी चाहिए कि फलों की मांग बढ़े ताकि किसानों को अपने उत्पाद का मूल्य मिल सके. हरीश रावत ने किसानों से आम के अन्य उत्पाद बनाने पर भी जोर दिया. उन्होंने किसानों से आमचूर, आम पन्ना आदि बनाने की दिशा में भी काम करने को कहा है.
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हरीश रावत ने मुजफ्फरपुर की लीची का जिक्र करते हुए कहा कि वहां के लोगों ने लीची के अचार का प्रोडक्ट बनाया है. इससे लीची का आज इतना प्रचलन बढ़ गया है कि मुजफ्फरपुर लीची बेल्ट के नाम से जाना जाने लगा है. उन्होंने किसानों से भुट्टे पर भी फोकस करने का आह्वान किया है.