देहरादून: कोरोना महामारी इस कदर बढ़ती जा रही है, कि इससे निपटने के लिए 21 दिन का लॉकडाउन भी कम पड़ता नजर आ रहा है. ऐसे में राज्यों के मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. उत्तराखंड कांग्रेस ने भी लॉकडाउन की समयावधि बढ़ाने का समर्थन किया है. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी सरकार को एक सलाह दी है.
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ट्वीट के माध्यम से प्रदेश सरकार को राजस्थान के भीलवाड़ा का मॉडल अपनाने की सलाह दी है. हरदा ने कहा, कि प्रदेश के ऐसे क्षेत्र जहां सबसे ज्यादा कोरोना के मामले सामने आए हैं, वहां भीलवाड़ा मॉडल अपनाएं तो ज्यादा बेहतर रहेगा. उन्होंने कहा कि राजस्थान की गहलोत सरकार ने कोरोना से निपटने के लिए भीलवाड़ा में जो मॉडल अपनाया है, वो नेशनल ही नहीं बल्कि इंटरनेशनल मॉडल बन चुका है.
दरअसल देश में सबसे पहले कोरोना जोन बने भीलवाड़ा ने वायरस के खिलाफ कारगर लड़ाई लड़ी है. यह देश का एकमात्र शहर है, जिसने 20 दिन में कोरोना को हरा दिया. जिला प्रशासन की ठोस रणनीति, कड़े फैसले, चुनाव की तरह मैनेजमेंट और जीतने की जिद से आज भीलवाड़ा इंटरनेशनल मॉडल बना है. यहां हालात इस कदर बिगड़े थे कि राजस्थान में सर्वाधिक 27 मरीज यहीं थे. भीलवाड़ा के जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने कर्फ्यू लगा दिया. इसके बाद इलाज से 21 मरीज ठीक हो चुके हैं.
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पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की ये प्रतिक्रिया उस वक्त पर आई है, जब प्रदेश सरकार भी लॉकडाउन की समय-सीमा बढ़ाने पर विचार कर रही है. सरकार का भी मानना है, कि इस घातक महामारी से निपटने के लिए एक मात्र विकल्प लॉकडाउन ही है. उधर बाहर से आने वाले जमातियों में कोरोना के मामले सामने आने के बाद देहरादून की भगत सिंह कॉलोनी सहित धार्मिक नगरी हरिद्वार में भी कई कॉलोनियों और गांवों को सील किया गया है.