देहरादून/चमोली: जोशीमठ हो रहे लगातार भू-धंसाव से लोग खतरे के साए में जीने को मजबूर हैं. सरकार जोशीमठ प्रभावितों को राहत देने के लिए प्रयास कर रही है. सीएम पुष्कर धामी ने कल प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर लोगों का हालचाल जाना. वहीं, आज पूर्व सीएम हरीश रावत प्रभावितों के बीच पहुंचे. इस दौरान हरदा ने कहा जोशीमठ के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है. लोगों का जीवन और आजीविका संकट में है. ऐसे वक्त में कांग्रेस प्रभावितों के साथ खड़ी है.
पूर्व सीएम हरीश रावत और पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने जोशीमठ के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. जहां उन्होंने स्थानीय लोगों से मुलाकात की और उनकी समस्या को जाना. इस दौरान हरीश रावत ने कहा कि जोशीमठ के अस्तित्व, निवासियों के जीवन और आजीविका पर खतरा मंडरा रहा है. हम उनके साथ खड़े हैं.
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हरीश रावत ने कहा हम इस चुनौती में सरकार और मुख्यमंत्री के साथ हैं. इसमें थोड़ी देर हुई है, लेकिन अगर हम तत्परता से काम करते हैं और केंद्र अपनी पूरी ताकत लगाता है तो जोशीमठ को बचाया जा सकता है. जोशीमठ को बचाना राष्ट्रीय मिशन होना चाहिए. यदि विशेषज्ञ कहते हैं कि सुरंग या अन्य कारक अपराधी हैं, तो उन सभी को रोका जाना चाहिए और चीजों को नए सिरे से उठाया जाना चाहिए. स्थानीय लोगों की समिति बनाई जानी चाहिए और सभी के साथ निरंतर परामर्श से सुधार किया जाना चाहिए.
वहीं, शनिवार को कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भी जोशीमठ में प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया था.इस दौरान उन्होंने जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव और प्रभावित क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया. साथ ही प्रभावितों से मिलकर सरकार द्वारा किए जा रहे राहत-बचाव और पुनर्वास कार्यों का जायजा लिया.
गौरतलब है कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी जोशीमठ को लेकर चिंता जाहिर की हैं. उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से प्रभावितों को हर संभव मदद करने की मांग है. साथ ही क्षेत्रीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं से प्रभावितों की मदद करने की अपील की है.