देहरादूनः उत्तराखंड में ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए वन विभाग इन दिनों कुछ नए प्रयासों में जुटा हुआ है. विभाग की कोशिशें हैं कि राज्य के संरक्षित और वन प्रभागों से सटे गांवों को ईको टूरिज्म से जोड़ा जाए ताकि यहां पर लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा सके.
उत्तराखंड में संरक्षित वन क्षेत्रों के साथ ही वन प्रभागों में ईको विकास समितियां गठित किए जाने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. यूं तो राज्य में अब भी कई कमेटियां गठित हैं, लेकिन वन विभाग राज्य में वन क्षेत्रों से सटे गांवों में और भी ज्यादा समितियों को गठित कर लेना चाहता है. ऐसा इसलिए ताकि विभिन्न क्षेत्रों में और भी ज्यादा ईको टूरिज्म की गतिविधियां बढ़ाई जा सके.
दरअसल, राज्य में ईको टूरिज्म के बढ़ने से एक तरफ राज्य को राजस्व की प्राप्ति होगी तो दूसरी तरफ स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा. इन्हीं संभावनाओं को देखते हुए वन विभाग प्रदेश में विभिन्न वन क्षेत्रों में ईको विकास समितियां गठित करने जा रहा है ताकि समिति से जुड़े लोगों को रोजगार भी मिले और इन समितियों की मदद से इन क्षेत्रों को इको टूरिज्म के रूप में विकसित किया जा सके.
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वहीं, विभागीय मंत्री हरक सिंह रावत ने ईको विकास समितियां गठित करने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं. आपको बता दें कि संरक्षित क्षेत्र में अब तक करीब ढाई सौ कमेटियां गठित की गई हैं. हालांकि इसमें अधिकतर कमेटियां निष्क्रिय हैं, जिनको विभाग के मंत्री के निर्देश के बाद सक्रिय करने की भी कोशिश की जा रही है.