देहरादून: आगामी विधानसभा चुनाव-2022 को देखते हुए प्रदेश की मुख्य पार्टियां भाजपा और कांग्रेस अपनी-अपनी रणनीतियां बनाने में जुटी हुई हैं. वहीं दूसरी ओर उम्मीदवारों के चयन की भी कवायद में पार्टियां जुट गई हैं. ताकि आगामी विधानसभा चुनाव-2022 में जीत दर्ज की जा सके. लेकिन विधानसभा चुनाव में जहां एक ओर भाजपा के लिए उम्मीदवारों का चयन करना आसान होगा तो वहीं कांग्रेस के लिए एक बड़ी चुनौती भी साबित होगी.
बता दें कि, 2017 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने 57 सीटों को जीतकर सत्ता हासिल की थी. वहीं कांग्रेस मात्र 11 सीटों में ही सिमट कर रह गई थी. ऐसे में आगामी 2022 विधानसभा चुनाव में भाजपा के पास उम्मीदवारों के चयन करने में काफी आसान होगी. लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में 11 सीट पर सिमटी कांग्रेस के लिए एक बड़ी चुनौती हो सकती है. क्योंकि कांग्रेस को वर्तमान सीटों के साथ ही 70 सीटों पर अपनी रणनीति तैयार करनी होगी, ताकि वह सत्ता पर काबिज हो सके.
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भाजपा प्रदेश प्रवक्ता शादाब शम्स ने बताया कि रामनगर में चिंतन शिविर का आयोजन किया गया है. जिसमें आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उम्मीदवारों पर भी चर्चा की जाएगी. ऐसे में जिस विधायक का कार्य बेहतर नहीं होगा, उनको टिकट नहीं दिया जाएगा. जिन विधायकों का बेहतर परफॉर्मेंस है उन्हें टिकट दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि भाजपा चाल, चरित्र और चेहरे के लिए ही जानी जाती है. ऐसे में जो भी नेता, पार्टी के पैरामीटर और विचारों पर खड़ा उतरेगा उसे ही टिकट दिया जाएगा.