देहरादूनः 'जब सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का' जी हां इस कहावत को हकीकत कर दिखाया है दारोगा के एक बेटे ने. साहब के बेटे का देहरादून के नेहरू कॉलोनी थाना क्षेत्र के अंतर्गत दून यूनिवर्सिटी के पास अवैध रुप से हुक्का बार है. कैफे की आड़ में चल रहा इस हुक्का बार के संचालक की धौंस ऐसी कि सामने वाला भी चौंक जाए. जब स्थानीय पुलिस चौकी की टीम हुक्का बार के खिलाफ कार्रवाई करने पहुंची तो वह अपने पिता की धमक दिखाकर बचने की कोशिश करने लगा. लेकिन खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम के आगे उसकी एक नहीं चली. विभाग ने हुक्का बार को सीज कर दिया है.
दरोगा पिता की दुहाई देकर बचने का प्रयास
ईटीवी भारत के हाथ इस हुक्का बार का एक्सक्लूसिव वीडियो सामने आया है. अवैध हुक्का बार में स्थानीय पुलिस के साथ छापेमारी की कार्रवाई के दौरान खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को उस वक्त झटका तब लगा, जब ये जानकारी सामने आयी कि कैफे चलाने की आड़ में कॉलेज के छात्र-छात्राओं को नशीला हुक्का परोसने वाला युवक अपने दारोगा पिता की आड़ में अब तक पुलिस की प्रभावी कार्रवाई से बचता रहा.
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ईटीवी भारत को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक इस कार्रवाई के दौरान भी स्थानीय चौकी पुलिस खाद्य सुरक्षा की छापेमारी कार्रवाई में अपनी ओर से सहयोग के लिए टाल-मटोल करती नजर आई. हालांकि, उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद चौकी पुलिस ने कार्रवाई में अपना सहयोग दिया.
खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने चौकी इंचार्ज को दी हिदायत
अवैध हुक्का बार कार्रवाई के दौरान खाद्य सुरक्षा अधिकारी द्वारा भी स्थानीय चौकी इंचार्ज को इस बात की हिदायत भी दी कि कैसे उनके जानकारी में होने के बावजूद अवैध रूप से हुक्का बार संचालित हो रहा है? हालांकि, इस मामले में चौकी इंचार्ज की सफाई ये थी कि उन्होंने कई बार हुक्का बार के संचालक युवक को चेतावनी देते हुए चालान काटा है.
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आयुर्वेदिक खाद्य उत्पादों की आड़ में नशे का खेल
वहीं, दून यूनिवर्सिटी के समीप संचालित होने वाले इस अवैध हुक्का बार में छापेमारी की कार्रवाई के दौरान खाद्य सुरक्षा टीम को मौके से कई ऐसे खाद्य उत्पाद भी बरामद हुए, जिनके नाम पर छात्र-छात्राओं को नशा परोसने का कार्य हुक्का संचालक द्वारा धड़ल्ले से हो रहा था. मुनक्का पाचक औषधि, काली मिर्च, पीपली, सौठ, काला नमक, सेंधा नमक, चित्रक की छाल, आंवला, हर्रा और इलायची जैसे कई आयुर्वेदिक उत्पादों में नशे का सामान बनाकर युवाओं को हुक्का में परोसा जाता था.
डीआईजीः आरोप साबित होने पर होगी कार्रवाई
उधर, इस मामले में डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने साफ तौर पर कहा कि अगर यूनिवर्सिटी के समीप सीज किए गए अवैध हुक्का बार संचालक का अपने पिता दरोगा की आड़ में कारोबार चलाने की बात जांच पड़ताल में सही पाई गई तो इस मामले में कड़ी कार्रवाई होगी. डीआईजी जोशी ने ये भी साफ किया कि अगर कोई पिता से अलग होकर परिवार का सदस्य अपना किसी तरह का भी काम करता हैं तो इसकी जिम्मेदारी पिता की कैसे हो सकती है?