देहरादून: भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून (Indian Military Academy Dehradun) से आज देश-विदेश के 387 जेंटलमैन कैडेट्स पास आउट होकर सैन्य अधिकारी बन गए हैं. पासिंग आउट परेड के बाद 319 भारतीय कैडेट्स भारतीय थल सेना में बतौर अधिकारी शामिल हुए. 8 मित्र देशों के 68 जेंटलमैन कैडेट्स पास आउट होकर अपने देश में सैन्य अधिकारी के तौर पर शामिल होंगे.
झुका रहा तिरंगा: भारतीय सैन्य अकादमी में आयोजित पासिंग आउट परेड सादगीपूर्ण तरीके से संपन्न हुई. सीडीएस जनरल बिपिन सिंह रावत के निधन के चलते जहां आईएमए में कई कार्यक्रम रद्द हुए वहीं, पासिंग आउट परेड से दौरान इस बार ऐतिहासिक IMA चैटवुड बिल्डिंग पर तिरंगा शोक में आधा झुका रहा.
पीपिंग सेरेमनी भी सामान्य रही: पासिंग आउट परेड के उपरांत सबसे महत्वपूर्ण रहने वाले कार्यक्रम पीपिंग सेरेमनी को भी इस बार बेहद सादगी के साथ मनाया गया. इस बार मीडिया को इस कार्यक्रम से न सिर्फ दूर रखा गया बल्कि पास आउट होने वाले कैडेट्स भी पीपिंग सेरेमनी में खुशी का इजहार करते नहीं दिखे.
नहीं हुई पुष्प वर्षा: सीडीएस रावत के निधन के कारण व्याप्त शोक के चलते आईएमए में पहली बार कैडेट्स के ऊपर पुष्प वर्षा नहीं हुई. जबकि इससे पूर्व सभी पीओपी कार्यक्रम में परेड समाप्ति के उपरांत पास आउट कैडेट्स जब ऐतिहासिक चैटवुड बिल्डिंग के अंदर प्रवेश करते हुए अंतिम पग पार करते थे तो उनके ऊपर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा होती थी.
IMA की पासिंग आउट परेड में पहुंचे उत्तराखंड के मुख्य सचिव एसएस संधू ने कहा कि आज बेहद ही गौरवपूर्ण क्षण है. आईएमए से पास आउट होकर देश को 319 युवा जांबाज अधिकारी मिल रहे हैं. वहीं, डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि आज देश की सेना के लिए बेहद बड़ा दिन है, क्योंकि IMA से पास आउट होकर ऊर्जावान अधिकारी देश सेवा के लिए भारतीय सेना को ज्वॉइन कर रहे हैं.
सबसे अधिक यूपी और उत्तराखंड के पास आउट: इस बार पासिंग आउट परेड (passing out parade ) में सबसे अधिक उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड मूल के कैडेट पास आउट हुए. उत्तर प्रदेश के 45 और उत्तराखंड के 43 कैडेट्स पास आउट हुए हैं. इसके साथ ही हरियाणा से 34, बिहार से 26, राजस्थान से 23 और पंजाब के 22 कैडेट पास आउट हुए. 8 मित्र देशों के 68 जेंटलमैन कैडेट्स पास आउट होकर अपने देश में सैन्य अधिकारी के तौर पर शामिल हुए.